उन्नाव गैंगरेप: एक्शन में योगी, SIT से मांगी रिपोर्ट, सेंगर से जल्द होगी पूछताछ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की बांगरमऊ विधानसभा सीट से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर लगे सामूहिक दुष्कर्म व अन्य आरोपों को लेकर डीजीपी की ओर से गठित एसआईटी की टीम जल्द ही उनसे पूछताछ करेगी। वहीं, इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्शन लेते हुए एसआईटी को बुधवार तक रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दे दिए हैं। सीएम योगी ने गृह विभाग को निर्देश दिए कि वह आश्वस्त करें कि स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) बुधवार को उन्नाव दौरे पर जाए और शाम तक अपनी पहली रिपोर्ट सौंपे।
इससे पहले सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले में संज्ञान लिया और उन्होंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा, वे चाहे जो भी हों। आपको बता दें कि इस मामले में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर को पीडि़ता के पिता से मारपीट के मामले में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों को रिमांड में लेने के लिए आज अर्जी देगी।

सीबीआई जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका

सुप्रीम कोर्ट में एक याचिक दायर कर उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के विधायक व अन्य द्वारा एक युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और पीडि़ता के पिता की हिरासत में मौत मामले में सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) द्वारा जांच कराने की मांग की गई है। अधिवक्ता एम.एल. शर्मा ने अपनी याचिका में 3 करोड़ रुपये के मुआवजे तथा पीडि़ता के परिवार को सुरक्षा देने की मांग की है। शर्मा ने कहा कि इस मामले को सीबीआई के पास जांच के लिए भेजा जाना चाहिए, ताकि सही निष्पक्ष जांच हो सके।

एसआईटी कर रही है मामले की जांच

इस प्रकरण की जांच के लिए एडीजी जोन की निगरानी में एक एसआईटी गठित की गई, जिसका नेतृत्व एसपी क्राइम ब्रांच लखनऊ और उनकी चार सदस्यी टीम करेगी। प्रदेश के एडीजी (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि उन्नाव मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन कर दिया गया है। एडीजी (लखनऊ जोन) राजीव कृष्णा की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई है। एसपी क्राइम ब्रांच के नेतृत्व में उनकी टीम रहेगी। टीम में डीएसपी श्वेता श्रीवास्तव, इंस्पेक्टर अक्षय कुमार, इंस्पेक्टर अवधान पांडे इंस्पेक्टर जेपी यादव शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पीडि़ता ने अपनी शिकायत में विधायक के अलावा भी कई लोगों का नाम लिया है। हालांकि 11 जून 2017 को दर्ज एफआईआर में विधायक सेंगर का नाम नहीं था, लेकिन 22 अगस्त 2017 को विधायक का नाम सामने आया था।

इस मामले की भी जांच की जाएगी कि एफआईआर के मामले में उन्नाव पुलिस की रिपोर्ट सही थी या नहीं। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण के जितने भी पहलू है, उनका गहन अध्ययन करते हुए जो भी उचित कार्यवाही बनती है, वह की जाएगी। एडीजी ने कहा कि इस मामले में भी जो भी शामिल है या जिनका नाम एफआईआर में है, उन सबसे पूछताछ की जाएगी। इस मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से भी एसआईटी की टीम पूछताछ करेगी। पीडि़ता का कहना है, मुझे नहीं पता कि अतुल सिंह को गिरफ्तार किया गया है कि नहीं। लेकिन अभी तक कुलदीप सिंह सेंगर को पुलिस ने नहीं पकड़ा है, उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।

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