अखिलेश यादव का दावा- स्वतंत्रता आंदोलन से बीजेपी और आरएसएस का कोई संबंध नहीं

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘अगस्त क्रांति दिवस’ के मौके पर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि बीजेपी और उसके मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का स्वतंत्रता आंदोलन से कोई संबंध नहीं था. सोमवार को सपा मुख्यालय से जारी एक बयान में यादव ने कहा, ”बीजेपी और उसके मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का स्वतंत्रता आंदोलन से कोई संबंध नहीं था. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में काकोरी शहीद स्मारक का आयोजन बीजेपी का ढोंग है.”

गौरतलब है कि आजादी की लड़ाई के काकोरी कांड की वर्षगांठ पर सोमवार को बीजेपी ने शहीदों को नमन कार्यक्रम का आयोजन किया. सपा प्रमुख ने आरोप लगाया, ”अगस्त क्रांति दिवस के एक दिन पूर्व आगरा में पुलवामा के अमर शहीद की पत्नी और बेटों को, शहीदों के लिए की गयी घोषणाओं की पूर्ति की मांग करने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने न देकर अपमानित कर भगा देना अति निंदनीय घटना है.”

भाजपाइयों ने कभी शहादत नहीं दी- अखिलेश यादव

यादव ने कहा, ”भाजपाइयों ने कभी शहादत नहीं दी, वह शहीदों का सम्मान करना क्या जानें, बीजेपी सामाजिक सद्भाव के खिलाफ काम करती है और अंग्रेजों की तरह बीजेपी की कोशिश समाज का विघटन करने की रहती है, इससे सतर्क रहने की आवश्यकता है.” उन्होंने कहा, ”अगस्त क्रांति के शहीदों का सपना देश में किसान, मजदूर और युवाओं का राज स्थापित करना था जिससे सभी को हक और सम्मान का जीवन हासिल हो सके और इस सपने को साकार करने की जिम्मेदारी समाजवादी पार्टी की है.” सपा प्रमुख ने कहा कि समाजवादी पार्टी के पास युवा नेतृत्व, युवा साथियों की ताकत, संघर्ष से न डिगने वालों और किसानों और गरीब श्रमिकों का जीवंत समूह है और आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक परिवर्तन के लिए युवाओं, किसानों, मेहनतकशों और समाज के विचारशील वर्गों की सहभागिता ही समाजवादी पार्टी की ताकत है. यादव ने कहा, ”देश की विविधता को नष्ट करने की साजिशों के दौर में संवैधानिक मूल्यों को बचाने और हर नागरिक का समृद्ध और सुरक्षित जीवन सुनिश्चित करने के लिए समाजवादी पार्टी प्रतिबद्ध है.”

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