क्या है अल क़ादिर ट्रस्ट केस? जिस मामले में गिरफ्तार हुए पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान को मंगलवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया गया. इमरान खान को पाकिस्तान रेंजर्स ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार किया है. इमरान की जैसे ही गिरफ्तारी हुई, पीटीआई कार्यकर्ताओं ने बवाल कर दिया. कोर्ट में गिरफ्तारी के बाद इमरान खान को NAB दफ्तर ले जाया गया.

इमरान खान को एनएबी यानी National Accountability Bureau (राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो) ने अल-कादिर ट्रस्ट (Al-Qadir Trust) मामले में गिरफ्तार किया है. इमरान खान इस केस में मंगलवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से जमानत लेने गये थे. अल-कादिर ट्रस्ट मामले में धोखाधड़ी के आरोप में उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज है.

क्या है अल क़ादिर ट्रस्ट केस?

अल क़ादिर ट्रस्ट वास्तव में एक यूनिवर्सिटी से जुड़ा मामला है. इसे झेलम के सोहावा में साल 2021 में स्थापित किया गया था. आरोप यह है कि दान की गई जमीन के दस्तावेज पर अल-कादिर विश्वविद्यालय की ओर से इमरान की पत्नी बुशरा खान और जमीन दान करने वाले के संयुक्त हस्ताक्षर हैं. प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए इमरान खान अल कादिर ट्रस्ट विश्वविद्यालय के अध्यक्ष भी रहे.

2021 में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के इस विश्वविद्यालय को अभी तक सरकार की तरफ से मान्यता नहीं दी गई है. यह संस्थान एक ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत हुआ था लेकिन यहां छात्रों से शुल्क लिया जाता था.

अल-कादिर यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट ट्रस्ट से इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके करीबी सहयोगी जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान शामिल रहे हैं.जबकि ट्रस्ट के दफ्तर के पते का उल्लेख बनी गाला हाउस, इस्लामाबाद है.

इन ट्रस्टियों ने रियल एस्टेट कारोबार में शामिल एक निजी कंपनी से दान प्राप्त करने के लिए एक समझौता पर हस्ताक्षर किए. उस कंपनी ने ट्रस्ट को जमीन आवंटित की. माना जाता है कि इस संस्थान के जरिए रियल एस्टेट कारोबारी को संरक्षण दिया गया था.

दस्तावेजों से पता चला है कि इमरान खान, बुशरा बीबी, बुखारी और अवान ने अल-कादिर यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था. इसका मकसद पंजाब स्थित झेलम की तहसील सोहावा में अच्छी शिक्षा प्रदान करना था. लेकिन इसके पीछे खेल कुछ और चल रहा था.

इमरान खान पर और भी हैं कई केस

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ तोशखाना मामला समेत करीब 37 मामले दर्ज हैं. फवाद चौधरी की तरफ से प्रदान की गई जानकारी में इमरान खान खुद 19 मामलों में याचिकाकर्ता हैं. जो सरकारी विभागों और व्यक्तियों के खिलाफ दायर किए गए हैं. हालांकि खान के खिलाफ कुल 37 मामले ऐसे हैं जिनमें वह सीधे तौर पर शामिल हैं.

इन सभी केसोें में पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ कुल 21 एफआईआर दर्ज हैं, जिनमें से 11 साल 2022 को एक ही दिन में दर्ज की गईं, जबकि 8 केस 26 मई को दर्ज की गईं. बाकी 3 एफआईआर 8 अगस्त को दर्ज की गईं.

Related Articles

Back to top button