मिशनरीज के सभी चाइल्ड होम की तुरंत जांच करें राज्य सरकारें- मेनका गांधी

मदर टेरेसा की संस्था ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ से बच्चे बेचने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इन खबरों के बीच केंद्र सरकार ने देशभर में‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ के चाइल्ड होम की तुरंत जांच के आदेश दिए हैं. केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकारों को ये आदेश दिए . मेनका गांधी ने कहा कि सभी राज्य महीनेभर के अंदर बाल देखभाल केंद्रों का रजिस्ट्रेशन कराए और उन्हें सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (कारा) के साथ जोड़ने की प्रक्रिया पूरी करे. झारखंड की राजधानी रांची के ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ से बच्चे बेचने का मामला आने के बाद केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्रालय ने ये आदेश जारी किया.
बता दें कि संशोधित जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत सभी बाल देखभाल केंद्रों को सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (कारा) के साथ जोड़ना अनिवार्य है. मौजूदा समय में करीब 4000 केंद्र कारा के साथ जोड़ने बाकी हैं.उधर, रांची में ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ द्वारा संचालित निर्मल हृदय संस्था की सिस्टर कोंसीलिया और कर्मी अनिमा इंदरवार से बच्चा चोरी कर बेचने के मामले में पूछताछ हुई. दोनों ने बच्चे को अवैध तरीके से बेचने और इसके एवज में रुपये लेने में अपनी संलिप्तता मान ली है.अनिमा ने बताया कि यूपी के सौरभ अग्रवाल के रिश्तेदार के घर में काम करने वाली मेड मधु से संपर्क हुआ. मधु पार्ट टाइम सदर अस्पताल में गार्ड का काम करती थी. उसी ने सौरभ के रिश्तेदार को बताया था कि एक अविवाहित लड़की मां बनने वाली है. एक मई 2018 को बच्चे का जन्म हुआ. तीन मई को वह रिलीज हुई.सौरभ 15 मई को रांची आए और अनिमा को 1.20 लाख रुपये देकर बच्चा ले गए. जब अनिमा फंसने लगी तो उसने सौरभ को यह कह कर यूपी से बुलाया कि कुटुंब अदालत में बच्चे को पेश करना है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

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