नेपाल के जनकपुर पहुंचे PM मोदी, करेंगे रामायण सर्किट का शुभारंभ

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से थोड़ी देर बाद नेपाल पहुंचेंगे। दो दिन के दौरे की शुरुआत सीतानगरी जनकपुर से करेंगे और ऐसी सौगात देंगे, जो नेपाल और भारत के बीच रिश्ते को और मजबूत करेगी। पीएम मोदी जानकी मंदिर में पूजा पाठ के साथ-साथ जनकपुर को रामायण सर्किट से जोड़ने का ऐलान भी करेंगे। जनकपुर से अयोध्या के लिए बस सेवा की शुरुआत करके सीतानगरी को बड़ी सौगात देंगे। जनकपुर का जानकी मंदिर भारत और नेपाल के बीच साझी धार्मिक आस्थाओं का प्रतीक है और पीएम मोदी भारत और नेपाल के रिश्तों की हिंदू जड़ों को सींचने के लिए इसी जानकी मंदिर में आने वाले हैं।यहीं से त्रेता युग में माता सीता की डोली अयोध्या आई थी। यहीं पर स्वयंवर के बाद भगवान राम का माता सीता से विवाह हुआ था और भारत के साथ नेपाल एक अनोखे और दैवीय बंधन में बंध गया था। उस रिश्ते को और मजबूत करने के लिए, नेपाल और भारत के लोगों और करीब लाने के लिए यहां पर पीएम मोदी पहुंच रहे हैं। जनकपुर को रामायण सर्किट से जोड़ना इसी की एक कड़ी है।

यह पहला मौका है जब भारत का कोई प्रधानमंत्री काठमांडू से नहीं बल्कि जनकपुर से अपने नेपाल दौरे की शुरुआत करेगा। जनकपुर पहुंचने के बाद पीएम मोदी सीधे जानकीधाम मंदिर जाएंगे। माना जाता है कि ये कभी राजा जनक का महल था और माता सीता का बचपन यहीं बीता। जानकी मंदिर में पूजा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ ही नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली भी मौजूद रहेंगे।

पीएम मोदी के इस दौरे को लेकर नेपाल में कितना उत्साह है और इसके क्या मायने हैं ये जानकीधाम मंदिर के गेट से लेकर दीवारों तक पर लगे बड़े-बड़े बैनर और पोस्टर्स को देखकर साफ हो जाता है। चारों ओर पीएम मोदी के स्वागत और भारत-नेपाल के अटूट रिश्तों का जिक्र है। पीएम मोदी 2014 में भी जनकपुर आने वाले थे लेकिन काम की व्यस्तता की वजह से जानकीधाम मंदिर नहीं आ पाए थे।

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