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अन्ना बोले-ट्रेनें रोकर किसानों को हिंसा की ओर ले जाना चाहती है सरकार?

नई दिल्ली। किसानों की अलग-अलग मांगों और लोकपाल को लेकर समाजसेवी अन्ना हजारे आज से दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन शुरू कर रहे हैं। अन्ना हजारे रामलीला मैदान पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने से पहले शुक्रवार सुबह राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने गांधी जी की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब अन्ना बापू की समाधि पर पहुंचे तो वो रो पड़े। यहां से निकलकर अन्ना हजारे रामलीला मैदान के लिए रवाना हो गए, यहां वो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरु करेंगे।

इससे पहले अन्ना हजारे ने अपने अनशन में पहुंचने वाले किसानों को लेकर दिल्ली पहुंचने वाली ट्रेनों को रद्द किए जाने से नाराजगी जताई। उन्होंने कहा है कि क्या सरकार किसानों को हिंसा की ओर ले जाना चाह रही है? दिल्ली के रामलीला मैदान में अन्ना लोकपाल और किसानों को उचित मूल्य के मुद्दों पर अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं, देशभर से किसान वहां जुटने वगे लेकिन जो ट्रेनें प्रदर्शनकारियों को लेकर दिल्ली आ रही थीं उन्हें रद्द कर दिया गया। सरकार के रवैये पर नाराजगी जताते हुए अन्ना बोले, जो ट्रेनें प्रदर्शनकारियों को लेकर दिल्ली आ रही थीं उन्हें रद्द कर दिया गया, क्या आप उन्हें हिंसा की ओर ले जाना चाहते हैं।

मेरे लिए पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गई। मैंने कई पत्र लिखे कि मुझे पुलिस सुरक्षा नहीं चाहिए। आपकी सुरक्षा मुझे नहीं बचाएगी। सरकार का यह रवैया ठीक नहीं है। लोकपाल के लिए अपना विरोध शुरू करने के साथ ही अन्ना ने कहा, मैंने कई बार अनशन किए, कभी भी किसी तरह की हिंसा नहीं की। इस बार सरकार ने पता नहीं क्यों यहां आनेवाले लोगों को रोकने के लिए ट्रेनें और बसें रोक दीं, यह लोकतंत्र का गला घोंटने वाली बात है। सरकार किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। अन्ना ने कहा कि जब लोगों को न्याय नहीं मिलता तब उनके पास आंदोलन करने का अधिकार है, अंग्रेज चले गए लेकिन इस देश में लोकतंत्र कहां है। राजनेताओं से नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि नेता जनता का दुख नहीं समझते बल्कि सिर्फ खुद के बारे में सोचते हैं।

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