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मुंबई ने बड़ी जीत से रोका चेन्नई का विजय रथ, हार्दिक पंड्या चमके

मुंबई। सूर्यकुमार यादव के अर्धशतक और हार्दिक पंड्या के हरफनमौला खेल से मुंबई इंडियन्स ने बुधवार को यहां चेन्नई सुपरकिंग्स को 37 रन से करारी शिकस्त देकर मौजूदा चैंपियन के आईपीएल में पिछले साल से चले आ रहे छह मैचों के विजय अभियान पर रोक लगायी।  चेन्नई के सामने 171 रन का लक्ष्य था लेकिन शीर्ष क्रम लड़खड़ाने से वह आखिर तक नहीं उबर पाया और केदार जाधव (54 गेंदों पर 58 रन) के प्रयासों के बावजूद आठ विकेट पर 133 रन तक ही पहुंच पाया। हार्दिक ने 20 रन देकर तीन, लेसिथ मलिंगा ने 34 रन देकर तीन और जैसन बेहरनडोर्फ ने 22 रन देकर दो विकेट लिये।  इससे पहले मुंबई की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी लेकिन अंतिम पांच ओवर में 77 रन जुटाने से वह पांच विकेट पर 170 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर पर पहुंच गया। सूर्यकुमार (43 गेंदों पर 59 रन) और क्रुणाल पंड्या (32 गेंदों पर 42 रन) ने चौथे विकेट के लिये 62 रन जोड़कर स्थिति संभाली। हार्दिक (आठ गेंदों पर नाबाद 25) और कीरेन पोलार्ड (सात गेंदों पर नाबाद 17) ने आखिरी 12 गेंदों पर 42 रन की अटूट भागीदारी की।  चेन्नई ने इस सत्र में अपने पहले तीनों मैच जीते थे और उसकी यह पहली हार है। मुंबई की चार मैचों में यह दूसरी जीत है। चेन्नई के दोनों सलामी बल्लेबाज अंबाती रायुडु (शून्य) और शेन वाटसन (पांच) पहले दो ओवर के अंदर पवेलियन लौट गये। सुरेश रैना (15 गेंद पर 16) ने अभी अपना पुराना रंग दिखाना शुरू ही किया था कि पोलार्ड ने सीमा रेखा पर एक हाथ से बेहतरीन कैच लेकर स्कोर तीन विकेट पर 33 रन कर दिया। जैसन बेहरनडोर्फ का यह दूसरा विकेट था। रोहित शर्मा ने अपने मुख्य गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पावरप्ले में गेंद नहीं सौंपी। इसके तुरंत बाद जब वह गेंदबाजी के लिये आये तो जाधव ने तीन चौकों से उनका स्वागत किया लेकिन तब भी चेन्नई दस ओवर के बाद तीन विकेट पर 66 रन तक ही पहुंच पाया। धोनी ने फिर से धीमी बल्लेबाजी की और जाधव भी अचानक धीमे पड़ गये जिससे नौवें से 13वें ओवर के बीच 30 गेंदों पर केवल 23 रन बने। इस बीच एक बार भी गेंद सीमा रेखा तक नहीं पहुंची। धोनी ने राजस्थान रायल्स के खिलाफ आखिरी ओवरों में अपना असली रंग दिखाकर नाबाद 75 रन बनाये थे लेकिन आज वह 21 गेंदों पर 12 रन ही बना पाये। हार्दिक ने उनका महत्वपूर्ण विकेट लेने के बाद नये बल्लेबाज रविंद्र जडेजा (एक) को भी आते ही पवेलियन भेजा।  जाधव ने लेसिथ मलिंगा पर लगातार दो चौके जमाये और इनमें से पहले चौके से 46 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन रन और गेंदों के बीच बढ़ते अंतर का दबाव उन पर भी साफ दिख रहा था। चेन्नई को आखिरी चार ओवर में 66 रन की दरकार थी। बुमराह ने शानदार वापसी की तथा आखिरी तीन ओवरों में केवल 12 रन दिये जबकि मलिंगा ने जाधव और ड्वेन ब्रावो (आठ) को एक ओवर में आउट करके चेन्नई की रही सही उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया। जाधव ने अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। इससे पहले पोलार्ड और हार्दिक ने 19वें ओवर में शार्दुल ठाकुर पर दो छक्के लगाये और इसके बाद डेथ ओवरों के विशेषज्ञ गेंदबाज ड्वेन ब्रावो के पारी के आखिरी ओवर में 29 रन बटोरे। पोलार्ड ने उन पर छक्का लगाया तो हार्दिक ने उनकी आखिरी तीन गेंदों पर दो छक्के और एक चौका जमाया। पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने वाले मुंबई की शुरुआत अच्छी नहीं रही। क्विंटन डिकाक (चार) तीसरे ओवर में ही स्क्वायर लेग पर कैच दे बैठे। कप्तान रोहित शर्मा ने सात ओवर क्रीज पर बिताये लेकिन इस बीच 18 गेंदों पर 13 रन ही बना पाये। रविंद्र जडेजा की गेंद पर धोनी ने उनका कैच लिया। सूर्यकुमार के अच्छे प्रयास के बावजूद मुंबई की टीम नौवें ओवर में 50 रन पर पहुंची लेकिन युवराज सिंह (चार) इमरान ताहिर के इसी ओवर में पवेलियन लौट गये। रायुडु ने छह रन के लिये जा रहे उनके शॉट को सीमा रेखा पर कैच में बदला। मुंबई का स्कोर दस ओवर के बाद तीन विकेट पर 57 रन था।सूर्यकुमार और क्रुणाल ने पारी को संवारने का बीड़ा उठाया लेकिन तब भी मुंबई का स्कोर 16वें ओवर में तिहरे अंक तक पहुंचा। क्रुणाल जब 17 रन पर थे तब ब्रावो की गेंद पर मोहित शर्मा ने उनका आसान कैच छोड़ा। बाद में मोहित को ही उनका विकेट मिला। इससे पहले हालांकि क्रुणाल ने ताहिर पर लांग आन पर छक्का और मोहित पर लगातार दो चौके लगाकर डेथ ओवरों के लिये मंच सजाया।

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