भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को हराया, फाइनल में बनाई जगह

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में पहली बार खेले जा रहे महिला क्रिकेट के पहले फाइनलिस्ट की तस्वीर साफ हो गई है. भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने गेम्स के फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने मेजबान इंग्लैंड को पहले सेमीफाइनल में 4 रन के करीबी अंतर से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की और साथ ही पक्का किया कॉमनवेल्थ गेम्स में क्रिकेट का पहला मेडल. स्मृति मांधना के धमाकेदार अर्धशतक के बाद स्नेह राणा और दीप्ति शर्मा की कसी हुई गेंदबाजी के दम पर भारत ने ये जीत हासिल की.

पांच साल पुराना हिसाब बराबर

इस जीत के साथ ही भारत ने इंग्लैंड से पुराना हिसाब भी बराबर कर लिया है. 2017 के वनडे विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड ने भारत को आखिरी ओवरों में लक्ष्य हासिल करने से रोक दिया था और सिर्फ 9 रन से वह मैच जीतकर खिताब अपने नाम किया था. उस हार की कसक भारतीय टीम और भारतीय क्रिकेट फैंस के दिल में पांच साल से थी, जो अब काफी हद तक पूरी हो गई है. फाइनल में टीम इंडिया का सामने किससे होगा, इसका फैसला शनिवार रात को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे सेमीफाइनल के नतीजे से साफ होगा,

भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट पर 164 रनों का स्कोर खड़ा किया. भारत की ओर से स्टार ओपनर स्मृति मांधना (61 रन, 32 गेंद, 8 चौके, 3 छक्के) ने बेहतरीन पारी खेली और ताबड़तोड़ 62 रन बनाए. स्मृति के अलावा टीम इंडिया की ओर से जेमिमा रॉड्रिग्ज ने आखिरी ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए टीम को इस स्कोर तक पहुंचाया. उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज बड़ा योगदान नहीं दे सकी.

ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाफ धमाकेदार बल्लेबाजी करने वाली स्मृति ने सिर्फ 23 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर रिकॉर्ड कायम कर दिया. वह महिला टी20 क्रिकेट में भारत के लिए और कॉमनवेल्थ गेम्स में सबसे तेज अर्धशतक जमाने वाली बल्लेबाज बन गईं. स्मृति की पारी की मदद से भारत ने 7 ओवरों में ही 73 रन बना लिए थे, जिसमें शेफाली का योगदान सिर्फ 15 रन का था. हालांकि, 8वें और 9वें ओवर में दोनों बल्लेबाज बारी-बारी से आउट हुए, जिसने भारत को रफ्तार को थाम दिया.

कप्तान हरमनप्रीत ने कुछ बड़े शॉट लगाए, लेकिन रफ्तार नहीं बढ़ा सकीं. फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच की ही तरह इस बार भी दीप्ति शर्मा और जेमिमा रॉड्रिग्ज की जोड़ी ने मोर्चा संभाला. दोनों के बीच 38 गेंदों में 53 रनों की साझेदारी हुई, जिसने भारत को 164 तक पहुंचाया. जेमिमा 31 गेंदों में 44 रन (7 चौके) बनाकर नाबाद लौटीं.

इसके जवाब में इंग्लैंड ने तेज शुरुआत की. सोफिया डंकली और डैनी वायट की ओपनिंग जोड़ी ने 3 ओवरों में ही 28 रन बना दिए थे, लेकिन यहां दीप्ति शर्मा ने भारत को पहली बड़ी सफलता दिलाई और आक्रामक बल्लेबाजी कर रही डंकली को LBW आउट कर दिया. इसके बाद भी एलिस कैप्सी और डैनी वायट के बीच साझेदारी बढ़ रही थी, लेकिन इस पूरे मैच में भारत ने फील्डिंग में भी इंग्लैंड से बेहतर प्रदर्शन किया और उसकी शुरुआत यहीं से हुई. तानिया भाटिया के तेजी से आए थ्रो पर कैप्सी रन आउट हो गई और भारत ने राहत की सांस ली.जल्दी ही वायट को स्नेह राणा ने बोल्ड कर बड़ा झटका दिया. इसके बाद इंग्लिश कप्तान नैट सिवर और विस्फोटक बल्लेबाज ऐमी जोंस के बीच अर्धशतकीय साझेदारी हुई, लेकिन कप्तान सिवर रनों की रफ्तार नहीं बढ़ा सकी. उस पर भारत की मजबूत फील्डिंग ने भी कमाल किया. 18वें और 19वें ओवर में भारत ने जोंस और सिवर को रन आउट कर दिया. इससे आखिरी ओवर में इंग्लैंड को 14 रनों की जरूरत पड़ी. स्पिनर राणा ने आखिरी ओवर में एक विकेट लेते हुए सिर्फ 9 रन दिए और भारत को फाइनल में पहुंचा दिया.

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