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दिल्ली डेयरडेविल्स ने मुंबई का प्लेआफ का सपना तोड़ा

नयी दिल्ली। दिल्ली डेयरडेविल्स ने रिषभ पंत के अर्धशतक के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बूते फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग ट्वेंटी20 मैच में मुंबई इंडियंस को 11 रन से हराकर उसका प्लेआफ में जगह बनाने का सपना तोड़ दिया। दिल्ली डेयरडेविल्स ने रिषभ पंत की 44 गेंद में चार चौके और चार छक्के जड़ित 64 रन की पारी की बदौलत चार विकेट पर 174 रन का स्कोर खड़ा किया।इसके जवाब में मुंबई इंडियंस की टीम 19–3 ओवर में 163 रन पर सिमट गयी। उसके लिये सलामी बल्लेबाज एविन लुईस ने सर्वाधिक 48 रन जोड़े।दिल्ली डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज अमित मिश्रा और 17 वर्षीय लामिचाने ने क्रमश: 19 रन और 36 रन देकर जबकि हर्षल पटेल ने 2–3 ओवर में 28 रन देकर तीन-तीन विकेट झटके। ट्रेंट बोल्ट को एक विकेट मिला। मुंबई इंडियंस इस मैच में जीत से राजस्थान रायल्स और किंग्स इलेवन को पछाड़कर प्लेआफ में पहुंचने वाली चौथी टीम बन सकती थी क्योंकि उसका नेट रन रेट काफी अच्छा था। लेकिन अब फैसला किंग्स इलेवन पंजाब और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होने वाले अगले मैच से होगा। अगर पंजाब जीत जाती है तो राजस्थान रायल्स और उसके 14-14 अंक हो जायेंगे और फैसला नेट रन रेट से होगा। मुंबई की शुरूआत अच्छी नहीं रही, उसने पहले ही ओवर में फार्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (चार गेंद में 12 रन) का विकेट गंवा दिया। यादव ने नेपाल के लामिचाने की पहली गेंद को चौके के लिये भेजा और फिर दूसरी पर गगनचुंबी छक्का जड़ दिया। अगली गेंद पर उन्होंने दो रन जुटाये लेकिन चौथी गेंद पर लांग आन पर कैच आउट हो गये। पावरप्ले में टीम एक विकेट पर 57 रन बना चुकी थी। पर इसके तुरंत बाद ईशान किशन (पांच रन, 13 गेंद) मिश्रा के पहले ओवर की पहली गेंद को ऊंचा खेल गये और विजय शंकर ने इसे लपक लिया।दिल्ली के क्षेत्ररक्षकों ने दो बार कीरोन पोलार्ड का कैच छोड़ दिया।

 सलामी बल्लेबाज एविन लुईस (48 रन, 31 गेंद में तीन चौके और चार छक्के) मिश्रा का दूसरा शिकार बने जिन्हें विकेटकीपर पंत ने स्टंप किया।लामिचाने दूसरा ओवर डालने उतरे और उनकी गेंद को पोलार्ड उठा बैठे जिसे बाउंड्री लाइन पर खड़े मैक्सवेल ने इसे लपक लिया लेकिन वह बाउंड्री से बाहर गिर रहे थे जिससे उन्होंने गेंद बोल्ट की ओर फेंक दी जिन्होंने इसे कैच किया। इसी ओवर में कृणाल पंड्या भी पवेलियन लौट गये। मुंबई का स्कोर तीन विकेट पर 74 रन से पांच विकेट पर 78 रन हो गया। कप्तान रोहित शर्मा (13) और हार्दिक पंड्या (27) ने छठे विकेट के लिये 43 रन जोड़े लेकिन टीम को जीत के करीब नहीं ले जा सके।
 टीम ने हालांकि बेन कटिंग (37 रन, 20 गेंद, दो चौके, तीन छक्के) और मयंक मार्कंडेय (03) की बदौलत 18वें ओवर में लियाम प्लंकेट पर एक छक्के और दो चौके से 15 रन जुटाये। अब 12 गेंद में 23 रन की दरकार थी। पर टीम ने अंत में तीन विकेट गंवा दिये।इससे पहले पंत ने विजय शंकर (नाबाद 43, 30 गेंद में तीन चौके और दो छक्के) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिये 47 गेंद में 64 रन की भागीदारी निभायी। मुंबई के लिये जसप्रीत बुमराह ने चार ओवर में 29 रन देकर एक विकेट झटका। मार्कंडेय और कृणाल पंड्या को भी एक एक विकेट मिला। टूर्नामेंट से पहले ही बाहर हो चुकी दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। पृथ्वी साव (12) और ग्लेन मैक्सवेल ने अच्छी लय में रन जुटाना शुरू किया। इतनी गर्मी के बावजूद बड़ी संख्या में लोग स्टेडियम में मौजूद थे।लेकिन मुस्तफिजुर के पहले ही ओवर में पृथ्वी बहुत आसानी से रन आउट हुए। कृणाल ने जब गेंद स्टंप की ओर फेंकी तो उन्होंने क्रीज पर तेजी से पहुंचने की कोशिश नहीं की और आराम से चलते हुए रन आउट हो गये। इस तरह दिल्ली ने 3–1 ओवर में 30 रन पर पहला विकेट गंवा दिया। अब श्रेयस क्रीज पर थे।
इसके बाद स्कोर में केवल आठ रन ही जुड़े थे कि मैक्सवेल (22 रन, 18 गेंद में चार चौके) बुमराह की खूबसूरत गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गये।पावरप्ले के छह ओवर में टीम दो विकेट पर 46 रन ही बना सकी। अगले ओवर में पंत ने पारी का पहला छक्का मयंक मार्कंडेय की गेंद को डीप मिडविकेट पर लगाया। दिल्ली के दर्शकों को तब निराशा मिली जब कप्तान श्रेयस (06 रन) महज 10 गेंदों का सामना करने के बाद पवेलियन लौट गये। वह मार्कंडेय की गुगली को समझ नहीं सके और आसान कैच देकर अपना विकेट गंवा बैठे। दस ओवर के बाद दिल्ली का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 83 रन था। रन गति धीमी गति से आगे बढ़ रही थी, पर विजय शंकर ने 13वें ओवर में बेन कटिंग की गेंद को काफी ऊंचा उठाया जो लांग आन के बाहर पहुंची और दर्शकों ने तालियां बजाकर इस छक्के का स्वागत किया। दिल्ली डेयरडेविल्स ने 12–3 ओवर में 100 रन पूरे किये। पंत ने 15वें ओवर में मुस्तफिजुर की गेंद को मिड आन पर छक्के के लिये भेजने के बाद अगली गेंद में दो रन जुटाये। इसी ओवर में उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया, जिसके लिये उन्होंने 34 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और दो छक्के जमाये। पंत ने इसके बाद आक्रामक होने के प्रयास में अगले ओवर में हार्दिक पंड्या की पहली गेंद को छक्के के लिये भेजा और अगली गेंद में अंपायर ने उन्हें पगबाधा करार दिया लेकिन उन्होंने रिव्यू का निर्णय लिया जिसमें वह नाट आउट रहे। इसी ओवर में उन्होंने अपनी पारी का चौथा छक्का जड़ा। पर अगले ही ओवर में उनकी 64 रन की और विजय शंकर के साथ चौथे विकेट के लिये 64 रन की भागीदारी का अंत हुआ जब वह कृणाल पंड्या की गेंद पर कीरोन पोलार्ड को आसान कैच दे बैठे। अभिषेक शर्मा एक छक्के से 15 रन बनाकर नाबाद रहे।

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