फीफा वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना से हार के बाद फ्रांस में भड़के दंगे

बीती रात 36 साल बाद अर्जेंटीना ने फ्रांस को हराकार फीफा वर्ल्ड कप (Fifa World Cup) पर कब्जा जमा लिया. हार के बाद फ्रांस के कई शहरों में दंगे भड़क गए. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में लोगों का गुस्सा साफ नजर आ रहा है. गुस्साए समर्थकों ने सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों में खूब तोड़फोड़ की. अर्जेंटीना ने रविवार को फ्रांस पर 4-2 से पेनल्टी शूटआउट से हरा दिया.

नेक्स्टा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार जैसे ही अर्जेंटीना ने फीफा खिताब अपने नाम किया वैसे ही दंगे शुरू हो गए. हजारों फुटबॉल प्रशंसक पेरिस, नीस और ल्योन में सड़कों पर उतर आए. सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में सड़कों पर भारी हंगामा और अराजकता साफ दिखाई दे रही है. पुलिस कर्मियों ने कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने की कोशिश की. पुलिस अधिकारियों पर पत्थरों और पटाखों से हमला किया जा रहा था. एक ट्विटर यूजर ने दावा किया कि ल्योन में एक महिला पर हमला किया गया, क्योंकि वह दंगाइयों को भगाने की कोशिश कर रही थी.
दंगाइयों पर छोड़ने पड़े आंसू गैस के गोले

द डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार विश्व कप में हार के बाद अफरातफरी मचने के बाद सशस्त्र पुलिस ने पेरिस की सड़कों पर आंसू गैस के गोले छोड़े. मैच के बाद हजारों फुटबॉल प्रशंसक सड़कों पर उतर आए. द सन की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस की राजधानी में प्रसिद्ध चैंप्स-एलिसीज पर प्रशंसकों के साथ पुलिस की झड़प हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि एक वीडियो में पुलिस को दंगाइयों पर ‘टर्न अराउंड’ चिल्लाते हुए सुना जा सकता है क्योंकि भीड़ को भगाने के लिए वाटर कैनन चलाए जा रहे थे.

14000 पुलिसकर्मी पहले से थे तैनात

रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंसा इतनी ज्यादा हो गई थी कि हालात काबू करने के लिए ल्योन में पुलिस को कथित तौर पर फुटबॉल प्रशंसकों पर आंसू गैस के गोले दागने पड़े. अधिकारियों ने द डेली मेल को बताया कि विश्व कप फाइनल में अर्जेंटीना के खिलाफ लेस ब्लूस के मुकाबले में सुरक्षा की गारंटी के लिए देश भर में लगभग 14,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया था. दंगाइयों ने आंसू गैस के हमलों से बचने के लिए पुलिस पर झंडे, बोतलें और आतिशबाजी फेंकी. रिपोर्टों के अनुसार शहर में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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