स्मृति ईरानी का कपिल सिब्बल पर बड़ा आरोप, सस्ते में खरीदी करोड़ों की जमीन

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल पर लैंड स्कैम को लेकर बड़ा आरोप लगाया है।  उन्होंने ने दावा किया कि सिब्बल ने धनशोधन मामले के एक आरोपी से दिल्ली में ‘काफी कम कीमत’ पर करोड़ों रुपये की जमीन खरीदी है। स्मृति ईरानी आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस एक वेबसाइट में छपी खबर का ब्यौरा देते हुए कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कम पैसों जमीन खरीद कर अनुचित लाभ कमाया। स्मृति ईरानी ने कहा कि इस पूरे मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कपिल सिब्बल को अपना पक्ष रखना चाहिए।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने एक वेबसाइट की रिपोर्ट के हवाले से सिब्बल पर केवल 1 लाख रुपये में जमीन खरीदने का आरोप लगाया और कहा, “सिब्बल और उनकी पत्नी ने एक व्यापारी पीयूष गोयल से ग्रांडे कैस्टेल्लो नाम की कंपनी का मालिकाना हक प्राप्त किया।” उन्होंने कहा कि कंपनी में सिब्बल की संपत्ति और गोयल के साथ उनके करार के बारे में रिपोर्ट दक्षिण अफ्रिका के कुछ खोजी पत्रकारों ने जनवरी में उजागर की थी। ईरानी ने यह भी कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने तब गोयल के विरुद्ध जांच के भी आदेश दिए थे।

इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए ईरानी ने कहा, “अगर सिब्बल धनशोधन मामले के आरोपी व्यक्ति के साथ व्यापारिक सौदा करना चाहते हैं तो यह उनकी पसंद है…लेकिन क्या यह राहुल गांधी को स्वीकार है?” उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सिब्बल ने मंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज किया और कहा, “जो धनशोधन का मतलब नहीं जानते, वह आरोप लगा रहे हैं”

उन्होंने कहा, “मैंने एक कंपनी खरीदी, इसके लिए कीमत चुकाई, मैंने अपनी आमदनी से भुगतान किया..मैं अच्छा कमाता हूं। मेरा आयकर भुगतान अद्यतन (अप टू डेट) है। मैंने कोर्पोरेट टैक्स रिटर्न भी भरा है। आप रिकार्ड नहीं देखना चाहते और धनशोधन का आरोप लगा रहे हैं।” सिब्बल ने इस मुद्दे में राहुल गांधी को घसीटने पर भी ईरानी की आलोचना की।

उन्होंने कहा, “यह बहुत दुखद है कि इस देश में अर्थशास्त्र और गणित के प्रश्नपत्र लीक हो गए, जो कभी भी पहले नहीं हुआ था। मैं मानव संसाधन मंत्री भी रह चुका हूं। अगर आप चुनाव आयोग की बात करते हैं, तो चुनाव की तारीख लीक हो गई। अगर आप आधार को देखते हैं, तो उसका डाटा लीक हो गया है। लेकिन, जब उन्हें अपनी डिग्री बचानी होती है तो सूचना कभी लीक नहीं होती। इसलिए सरकार को पता है कि सूचनाओं की रक्षा कैसे करनी है। जो वह लीक होने देना नहीं चाहते, वह लीक नहीं होती है।”

स्मृति ईरानी ने कहा कि नवंबर 2013 में पीटीआई समाचार एजेंसी और बिजनेस टुडे पत्रिका में सीबीआई के केस के संदर्भ में खबर छपी। एसबीआई के एक अफसर के खिलाफ सीबीआई जांच कर रही थी जिनपर लोन देने में रिश्वतखोरी का आरोप था। जिस शख्स का नाम प्रकाशित हुआ वर्ल्ड ग्रुप के चेयरपर्सन पीयूष गोयल थे। साउथ अप्रीका की डेली मेवरिक वेबसाइट ने इन्होंने एक स्टोरी के संदर्भ में पीयूष गोयल का उल्लेख किया और लिखा कि यह व्यक्ति मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त पाया गया। स्मृति ईरानी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण हिंदुस्तान की एक वेबसाइइट ऑप इंडिया ने इसी संदर्भ में एक स्टोरी लिखी है जो कि कपिल सिब्बल को बड़े सवालों के घेरे में लाती है।

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