‘योगी अगर AMU से जिन्ना और कैबिनेट से स्वामी प्रसाद को नहीं हटा सकते तो इस्तीफा दें’

अखिल भारत हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने गुरुवार को कहा कि अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से जिन्ना की तस्वीर और अपने मंत्रिमंडल से स्वामी परसाद मौर्या को नहीं निकाल सकते तो वे इस्तीफा दे दें.
इससे पहले स्वामी चक्रपाणि ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर जिन्ना प्रकरण में ज्ञापन सौंपा. अपने ज्ञापन में उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना को महापुरुष बताए जाने पर आपति जतायी. उन्होंने ने स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ राष्ट्रद्रोह कानून के तहत कार्रवाई करने की भी मांग की है. ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार जिन्ना को महापुरुष बताकर खुद को राष्ट्रद्रोही साबित किया है. अब उनके संवैधानिक पद पर रहना न सिर्फ संविधान का अपमान बल्कि उन शहीदों का भी अपमान है जिन्होंने देश की आजादी के लिए कुर्बानी दी.
चक्रपाणि महाराज ने कहा है कि यह सर्वविदित है कि जिन्ना ने अपनी ओछी राजनीति के लिए लाखों हिंदू-मुस्लिमों का नरसंहार करवाया. जिन्ना राष्ट्रद्रोही ही नहीं मानवद्रोही भी है. लिहाजा मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ अविलंब कार्रवाई की जानी चाहिए.
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने मुबई के जिन्ना हाउस को सावरकर हाउस बनाए जाने की भी मांग की है.गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा जिन्ना को महापुरुष बताए जाने पर बीजेपी में भी विरोध शुरू हो गया है. एटा से बीजेपी सांसद हर नाथ सिंह ने पीएम नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेन्द्रनाथ पांडेय और संगठन महामंत्री सुनील बंसल से ट्वीट कर कहा है कि लगता है मौर्या का पार्टी से मोहभंग हो गया है. या तो वे माफ़ी मांगे या फिर उन्हें पार्टी से निकाला जाए.

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