भगवान हनुमान की पूजा करने वाले बीजेपी नेता बुक्कल नवाब को देवबंद ने इस्लाम से खारिज किया

नई दिल्ली: भगवान हनुमान की पूजा करने वाले बीजेपी के मुसलमान नेता बुक्कल नवाब को इस्लाम से खारिज कर दिया गया है। तीन दिन पहले बुक्कल नवाब की मंदिर में पूजा करने की तस्वीरें सामने आईं थी। मुस्लिम धर्मगुरुओं के मुताबिक मंदिर में पूजापाठ करने से बुक्कल नवाब खुद-ब-खुद इस्लाम से खारिज हो गए हैं। बुक्कल नवाब की पूजा करने की तस्वीरें तीन दिन पहले की हैं जब बीजेपी की तरफ से उनको एमएलसी का प्रत्याशी बनाया था।

इस खुशी में बुक्कल नवाब सबसे पहले हनुमान मंदिर पहुंचे थे और पूरी श्रद्धा के साथ बजरंग बली का शुक्रिया अदा किया। पूरे मन से हनुमान की पूजा की, घंटी चढ़ाई और प्रसाद भी लिया। बुक्कल नवाव के मुताबिक वो हनुमान के भक्त हैं और काफी अरसे से उनकी पूजा करते आ रहे हैं लेकिन मुस्लिम धर्मगुरुओं की माने तो अगर कोई इंसान मुसलमान रहते हुए किसी दूसरे धर्म की पूजापाठ करता है तो वो खुद-ब-खुद इस्लाम से खारिज हो जाता है। बुक्कल नवाब पहले समादवादी पार्टी के नेता हुआ करते थे अब बीजेपी के एमएलसी हैं। कहा जा रहा है कि बीजेपी में शामिल होकर

खुद को हाईलाइट करने के लिए उन्होंने ये किया लेकिन बुक्कल नवाब लोगों को इस आरोप गलत बता रहे हैं। बुक्कल नवाब ने कहा कि यह मंदिर उनके पूर्वजों ने बनाया है जिसकी पुष्टि गूगल और गीता प्रेस की किताबों से होती है। बुक्कल नवाब ने यह भी कहा कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या पाकिस्तान में बनेगा?

बुक्कल नवाब के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए देवबन्द के मौलाना सालिम अशरफ कासमी उलेमा ने कहा कि इस तरह के बयानों पर मुस्लिम कौम को बेदार होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘किसी को दिखावे के लिए किसी के भी मजहब या रस्म को अपनाना नहीं चाहिए इससे मजहब कभी मजबूत नहीं होता। इससे कभी हिंदुस्तान मजबूत नहीं होगा। दिखावे के लिए धर्म नहीं होता है, इंसानियत को, मोहब्बत को, वफादारी को और हमदर्दी को आम करना चाहिए।’

देवबंद ने भले ही बुक्कल नवाब को इस्लाम से खारिज कर दिया हो लेकिन लगता है उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ा है इसीलिए तो अब उन्होंने एलान किया है कि अयोध्या में राम मंदिर बनकर रहेगा और जब भी मंदिर बनके तैयार होगा वो वहां भगवान राम को सोने का मुकुट भी चढ़ाएंगे।

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