AFSPA, आर्टिकल 370 और चंद्रशेखर आजाद, दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में अमित शाह ने बताया स्वराज का संपूर्ण अर्थ

दिल्ली विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित ‘स्वराज’ से ‘नए भारत’ में भारत के विचारों के पुनरावलोकन विषय पर एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कि इस देश में साल 2014 से लगातार परिवर्तन हुआ है। इसकी वाहक दिल्ली विश्वविद्यालय बने। चंद्रशेखर आजाद भी इसी विश्वविध्यालय में रहे। मैं मानता हूं कि ये विश्विद्यालय आने वाले सालों तक अपनी पहचना को बनाएं रखे। अमित शाह ने कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने स्वराज को राज तक सीमित कर दिया। जबकि ध्यान स्व पर देना चाहिए था। स्वाराज का संपूर्ण अर्थ ही मन भारत का विचार है।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने 5 अगस्त, 2019 को एक उंगली के झटके से धारा 370 को निरस्त कर दिया और ‘खून की नादियां बहने’ कहने वालों में पत्थर फेंकने की हिम्मत भी नहीं हुई। धारा 370 हटाना…सालों से लोग कहते थे कि क्या हो जाएगा। मोदी जी ने इसे चुटकी बजाते हुए कर दिया और जो लोग कहते थे कि खून की नदियां बह जाएगी मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि मोदी जी की सरकार में खून की नदियां तो क्या कंकड़ भी नहीं चले।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज 75% पूर्वोत्तर से AFSPA हटा दिया गया-उन लोगों के लिए एक जवाब जिन्होंने (मांग) मानव अधिकारों के आधार पर अफस्पा को हटाया … आतंकवाद के मानवाधिकार हैं। लेकिन मानवाधिकार उनका भी जो आतंकवाद की भेंट चढ़ते हैं

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