रेलवे और IT मंत्रालयों में सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगा काम, लगेंगी 2 शिफ्टें, रात 12 बजे तक चलेगा काम

नई दिल्ली। रेलवे मंत्रालय और आईटी एवं कम्युनिकेशन मंत्रालय का पदभार संभालते ही नए मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दोनों मंत्रालयों में अपने कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को अलग अलग शिफ्टों में काम करने का आदेश दिया है। मिली जानकारी के अनुसार दोनों मंत्रालयों में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के कार्यालय के कर्मचारी और अधिकारी 2 अलग अलग शिफ्टों में काम करेंगे, पहली शिफ्ट सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलेगी और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3 बजे शुरू होकर रात 12 बजे  रहेगी। यानि दोनो मंत्रालयों के अधीन आने वाले सभी विभागों में सुबह 7 बजे काम शुरू हो जाएगा और रात 12 बजे तक काम होता रहेगा।

अश्विनी वैष्णव राजनीतिक तौर पर पीएम मोदी की कैबिनेट में एक नया चेहरा है लेकिन वे पूर्व ब्यूरोक्रेट रह चुके हैं और 16 वर्ष तक प्रशासनिक सेवा में रहने के बाद 2010 में उन्होंने त्यागपत्र दे दिया था और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। 2019 में वे ओडिशा से भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद के तौर पर काम कर रहे थे लेकिन इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने उनके ऊपर भरोसा जताते हुए 2 बड़े अहम मंत्रालयों की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।

गुरुवार को आईटी मंत्रालय का कामकाज संभालते ही अश्विनी वैष्णव ने नये सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों को लेकर केंद्र सरकार के साथ ट्विटर के गतिरोध पर कहा कि भारत में रहने और काम करने वालों को देश के नियमों का अनुपालन करना होगा। वैष्णव और ज्योतिरादित्य सिंधिया, मनसुख मंडाविया, मीनाक्षी लेखी, राजीव चंद्रशेखर, अजय मिश्रा सहित कई अन्य नये मंत्रियों ने पार्टी के विचारक श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय को पुष्पांजलि अर्पित की।

आईटी नियमों का माइक्रोब्लॉगिंग मंच ट्विटर द्वारा अनुपालन नहीं करने के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो कोई भारत में रहता है और काम करता है, उसे देश के नियमों का अनुपालन करना होगा। ओडिशा से सांसद वैष्णव ने बुधवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। उन्हें सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ-साथ रेलवे का भी प्रभार दिया गया है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय में उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद की जगह ली है। वैष्णव ने कहा कि यह जिम्मेदारी देने के लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य जोर कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाने पर होगा।

गौरतलब है कि अमेरिकी कंपनी ट्विटर भारत में नये आईटी नियमों का अनुपालन करने में कथित तौर पर नाकाम रहने को लेकर मुश्किल में पड़ गयी है। नये आईटी नियम 50 लाख से अधिक उपयोगकर्ता (यूजर) वाले सोशल मीडिया मंचों द्वारा अन्य जरूरतों के साथ-साथ तीन मुख्य अधिकारियों — मुख्य अनुपालन अधिकारी , नोडल अधिकारी और शिकायत निवारण अधिकारी नियुक्त करने का प्रावधान करता है। ये तीनों अधिकारी भारत में रहने चाहिए। नये आईटी नियम 26 मई को प्रभावी हुए थे, लेकिन ट्विटर द्वारा सोशल मीडिया दिशानिर्देशों का अनुपालन करना अभी बाकी है, जबकि सरकार ने इस बारे में बार-बार उसे स्मरण कराया है। वैष्णव ने कुछ महीने पहले राज्य सभा में , ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड छात्र संघ की अध्यक्ष एवं कर्नाटक की रहने वाली रश्मि सामंत के पद (छात्र संघ अध्यक्ष) से इस्तीफे को नस्लवाद का गंभीर मामला बताते हुए साइबर धौंस का मुद्दा उठाया था। सामंत ऑक्सफोर्ड छात्र संघ की अध्यक्ष चुनी जाने वाली प्रथम भारतीय महिला थी। उन्हें इस साल की शुरूआत में अपने कुछ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर उपजे विवाद के बीच इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

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