आज पुणे से औरंगाबाद तक मार्च, कल होगी भव्य रैली, इन शर्तों के साथ राज ठाकरे को मिली सभा की इजाजत

लाउडस्पीकर के बाद अब एक्शन की बारी है। महाराष्ट्र की सड़कों पर शक्ति प्रदर्शन हो रहा है और इसकी अगुवाई राज ठाकरे कर रहे हैं। महाराष्ट्र की मस्जिदों से तीन मई तक लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम देने वाले राज ठाकरे की कल यानी 1 मई को औरंगाबाद में रैली है। रैली से 24 घंटे पहले राज ठाकरे औरंगाबाद में  अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। अपने हजारों समर्थकों के साथ राज ठाकरे आज पुणे से औरंगाबाद तक मार्च हो रहा है। अपने लाव-लश्कर के साथ राज ठाकरे सड़क पर उतर रहे हैं।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे पुणे के संभाजी महाराज स्मारक पहुंचे। वे 1 मई को औरंगाबाद में एक रैली को संबोधित करेंगे। रैली के लिए राज ठाकरे ने एक टीजर भी रिलीज किया है और अपने समर्थकों से औरंगाबाद पहुंचने की अपील भी की है। इसके साथ ही राज ठाकरे ने उद्धव सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि 3 मई तक लाउडस्पीकर हटा दे वरना इसके बाद से उनकी पार्टी पूरे महाराष्ट्र में महाआरती करेगी।

राज ठाकरे का शक्ति प्रदर्शन   

पुणे से औरंगाबाद तक आज मनसे का मार्च है।  काफिले की अगुवाई खुद राज ठाकरे कर रहे हैं। मनसे के मुताबिक 500 गाड़ियों का काफिला साथ रहेगा। 15 हजार से ज्यादा समर्थक राज ठाकरे के साथ रहेंगे। जनसभा 1 मई को शाम साढ़े 4 बजे से रात 9.45 तक की जा सकेगी। रैली औरंगाबाद के सांस्कृतिक क्रीड़ा मंडल मैदान के मैदान में होगी। जिसके लिए प्रशासन से उन्हें अनुमति भी मिल गई है।

16 शर्तों के साथ सभा की इजाजत

राज ठाकरे की सभा 1 मई को शाम 4:30 से रात 9:45 बजे तक ही आयोजित की जा सकेगी। सभा की जगह में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है।

सभा में शामिल होने वाले सभी लोगों को अनुशासन का पालन करना होगा। वापस जाते वक्त भी किसी तरह की नारेबाजी नहीं की हो।

पुलिस द्वारा सुझाए गए मार्ग के अनुसार ही रैली में आने वाली सभी गाड़ियों को इस्तेमाल करना होगा। जहां गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था की गई है वहीं गाड़ियों को पार्क करें।

कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह के शस्त्र, तलवार, विस्फोटक पदार्थ ना रखें या फिर उसका प्रदर्शन ना करें, आर्म्स एक्ट को भंग ना करें।

इस कार्यक्रम के लिए स्वयं सेवकों की नियुक्ति की जाए। उनके नाम, मोबाइल नम्बर और औरंगाबाद शहर के बाहर से आने वाले लोगों की संख्या, हर विभाग से कितने लोग आनेवाले हैं, उनके आनेजाने वाले मार्ग की जानकारी एक दिन पहले सिटी चौक पुलिस निरीक्षक को दी जाए।

बैठने की व्यवस्था 15000 लोगों की है, तो उससे ज्यादा लोगों को आमंत्रित ना करें। अगर क्षमता से ज्यादा लोग आए तो वहां पर धक्का मुक्की या फिर भगदड़ जैसी कुछ घटनाएं हुई तो उसके लिए आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

व्यवस्था बनी रहे इसलिए पुलिस निर्देश दे उस जगह मजबूत बैरिकेड्स लगाए जाएं। सुरक्षा के कारण से सभा में आने वाले हर व्यक्ति की चेकिंग का अधिकार पुलिस को है, इसमें कोई बाधा ना हो, इसका ख्याल रखा जाये।

किसी भी वंश, जाति, भाषा, वर्ण, प्रदेश, जन्मस्थान, धर्म आदि को लेकर किसी भी व्यक्ति और व्यक्ति समूह का अपमान ना हो। विरोध में या उकसाने का कृत्य या नारेबाजी न हो इसका सख्ती से आयोजक पालन करें।

सभा के लिए इस्तेमाल होने वाले लाउडस्पीकर की आवाज आवाज सुप्रीम कोर्ट से जारी दिशा निर्देश के मुताबिक हो। इसका उल्लंघन होने पर पर्यावरण कानून के तहत 5 साल की जेल और 1 लाख का जुर्माना हो सकता है।

कार्यक्रम के दौरान किसी भी जरुरी सेवा जैसे सिटी बस सेवा, एम्बुलेंस, अस्पताल, मेडिकल, इलेक्ट्रिसिटी, पानी, यातायात में रुकावट न हो इसका ख्याल रखें।

ट्रैफिक नियमन के लिए महाराष्ट्र पुलिस अधिनियमन 1951 धारा 36 के तहत निकली हुई अधिसूचना सभी आयोजक, वक्ता, और सभा में आने वाले लोगों पर लागू होगी।

सभी महिला पुरुषों के लिए अलग अलग आसन व्यवस्था, पीने का पानी और टॉयलेट की स्वतंत्र व्यवस्था हो।

इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई, बैरिकेड्स, पंडाल, लाउडस्पीकर ठीक होना चाहिए। इलेक्ट्रिसिटी में अगर कोई दिक्कत हो तो जेनरेटर की सुविधा पहले से ही उपलब्ध की जाए।

कार्यक्रम ठीक तरीके से होने के लिए दी गई शर्तो का उल्लंघन होने पर सभी आयोजक, वक्ता पर कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी और ये नोटिस कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश की जाएगी।

शिवसेना आक्रमकता से जवाब देने में सक्षम 

राज ठाकरे महाराष्ट्र में हिंदुत्व का चेहरा बनने की ओर अग्रसर हैं लेकिन उनके सामने रास्ते रोके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे खड़े हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की औरंगाबाद में होने वाली रैली के पहले शिवसेना ने कहा कि वह किसी भी तरह की आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दे सकती है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे की प्रस्तावित रैली से दो दिन पहले यहां पार्टी प्रवक्ताओं से मुलाकात की। बाद में पत्रकारों से बातचीत में शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी मुस्लिम मतों के विभाजन के लिए एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का इस्तेमाल करती है और अब ‘‘शिवसेना के हिंदुत्व’’ पर हमला करने के लिए कुछ ‘‘हिंदू ओवैसी’’ बनाए गए हैं। पार्टी के प्रवक्ता सचिन अहीर ने कहा, ‘‘शिवसेना में हमेशा किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रही है। उन्होंने (उद्धव ठाकरे ने) आज की बैठक में हमें यह बहुत स्पष्ट कर दिया है।

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