NATO ने दो टूक कहा- रूस फौरन सैन्य कार्रवाई रोके, वरना बड़ी कीमत चुकानी होगी

रूस-यूक्रेन विवाद पर NATO ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए गुरुवार को कहा कि रूस को यूक्रेन के खिलाफ मिलिट्री एक्शन तुरंत रोकना होगा। NATO ने कहा कि रूस ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया। यूक्रेन से अपनी सेना रूस हटाए। रूस का हमला सिर्फ यूक्रेन के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरे की बात है। रूस को फौरन अपनी सैन्य कार्रवाई रोक देनी चाहिए। यूक्रेन को हमारा पूरा समर्थन है। रूस को यूक्रेन पर हमले का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। हम अपने लोगों की रक्षा करते रहेंगे। रूस को यूक्रेन पर हमले की काफी बड़ी कीमत चुकानी होगी। कल यानी 25 फरवरी को NATO के नेताओं की बैठक होगी।

NATO ने दो टूक कहा कि रूस अपनी सैन्य कार्रवाई तुरंत रोके। NATO ने कहा कि हमारे 100 फाइटर जेट हर वक्त तैयार है, हमारे 120 वॉरशिप भी हर वक्त तैयार हैं। NATO महासचिव ने कहा कि NATO यूक्रेन के साथ एकजुटता से खड़ा है। NATO पूरी दुनिया में यूरोपीय संघ और अन्य सहयोगियों से समन्वय बनाकर रूस पर गंभीर आर्थिक प्रतिबंध लगाएगा।

उधर, रूस लगातार यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। ताजा अपडेट के मुताबिक, रूसी नौसेना ने दक्षिणी यूक्रेन के Odessa शहर पर हमला शुरू कर दिया है। यूक्रेन की राजधानी कीव पर भी रूस ने बड़ा हमला किया है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की इमारत की धुआं निकलता दिखाई दे रहा है। कीव में कई बड़े धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों में रूस की ओर से लगातार बम गिराए जा रहे हैं। कीव के आसमान में रूस के हेलीकॉप्टर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। यूक्रेन में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।

रूस के हमले के बाद यूक्रेन में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। राजधानी कीव समेत कई शहरों में अफरा-तफरी का माहौल है। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने देश के लोगों से एक अपील की है। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज़निकोव ने कहा कि जो कोई भी हथियार पकड़ने के लिए तैयार और सक्षम है, वह टेरिटोरियल डिफेंस फोर्स के रैंक में शामिल हो सकता है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमले की निंदा और प्रतिबंधों को नजरंदाज करते हुए अन्य देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे। पुतिन ने कहा कि यह हमला पूर्वी यूक्रेन में नागरिकों की सुरक्षा के लिये जरूरी था। पुतिन ने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर यूक्रेन को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल करने से रोकने और मास्को को सुरक्षा गारंटी देने की रूस की मांग को नजरंदाज करने का आरोप लगाया। बता दें कि NATO दुनियाभर के तमाम देशों का एक सैन्य संगठन है, जिसे ऐसी ही युद्ध के हालात के लिए बनाया गया है। अगर नाटो में शामिल किसी भी देश पर हमला किया जाता है तो इसे नाटो पर हमला माना जाता है, इसके बाद सभी देश मिलकर उस हमला करने वाले देश पर कार्रवाई करते हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, यूक्रेन में सेना ने रूसी सेना को रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच वहां के राष्ट्रपति व्लोदोमीर जेलेंस्की ने देश को बड़ी जानकारी देते हुए बताया कि अब तक रूसी सेना के हमले में 40 से ज्यादा यूक्रेन के जवानों की मौत हुई है तो वहीं 10 नागरिकों के भी मारे जाने की खबर है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने वैश्विक नेताओं से अपील करते हुए कहा कि हथियार देकर रूस से लड़ने में मदद करें। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज़निकोव ने कहा कि जो कोई भी हथियार पकड़ने के लिए तैयार और सक्षम है, वह टेरिटोरियल डिफेंस फोर्स के रैंक में शामिल हो सकता है। यूक्रेनी मीडिया ने दावा किया है कि यूक्रेनी सेना अब  तक रूस के सात लड़ाकू विमानों को गिरा चुकी है। रूस द्वारा अलग देश की मान्यता पाये लुहांस्क प्रान्त में यूक्रेन ने रूस का 7वां लड़ाकू विमान मार गिराया है। बताया जा रहा है कि नाटो की इस कार्रवाई की पहल के बीच अमेरिका ने अपनी सेना को यूक्रेन की तरफ भेजना शुरू कर दिया है।

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