हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को 25 लाख का मुआवजा देगा सीरम इंस्टीट्यूट

पुणे. कोरोना वायरस की वैक्सीन कोविशील्ड बना रहे महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट (Pune Serum Institute) की इमारत के एक कंपार्टमेंट में एक बार फिर से आग लग गई है. दमकलकर्मी मौके पर आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं. इससे पहले बुधवार को सीरम इंस्टीट्यूट के टर्मिनल 1 गेट के पास गुरुवार दोपहर भीषण आग लग गई. सीरम इंस्टीट्यूट के मंजरी प्लांट में लगी आग पर करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पा लिया गया है. इस हादसे में अब तक 5 लोगों की मौत की खबर मिली है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आग सीरम इंस्टीट्यूट के टर्मिनल गेट 1 SEZ3 बिल्डिंग के चौथे और पांचवें तल तक फैल गई थी. राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की एक टीम भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए सीरम इंस्टीट्यूट में मौजूद है. हादसे में मारे गए लोगों में उत्तर प्रदेश के बिपिन सरोज और रमा शंकर, बिहार के सुशील कुमार पांडे, पुणे के महेंद्र इंगळे और प्रतीक पाष्टे शामिल हैं. सीरम इंस्टीट्यूट ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के 25 लाख रुपये देने का ऐलान किया है.

सीरम इंस्टीट्यूट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सायरस पूनावाला ने बयान जारी कर कहा कि- “आज सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में हम सबके लिए एक बेहद ही दुख भरा दिन है. बड़े अफसोस की बात है कि मंजरी में स्पेशल इकोनॉमिक जोन स्थित हमारे अंडर इंस्टॉलेशन फैसिलिटी में लगी आग में जानमाल का नुकसान हुआ. हम बहुत दुखी हैं और दिवंगत के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. इस संबंध में, हम मानदंडों के अनुसार अनिवार्य राशि के अलावा, प्रत्येक परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की पेशकश करेंगे. हम इस संकट भरे समय में सभी की चिंताओं और प्रार्थनाओं के लिए अपना आभार प्रकट करते हैं.”पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि चार लोगों इमारत से सुरक्षित निकाल लिया गया था. लेकिन जब आग पर काबू पाया गया तब हमारे जवानों को 5 लोगों के शव मिले. मेयर ने कहा कि पांच लोग जिनकी मौत हुई है वह निर्माणाधीन बिल्डिंग में काम करने वाले कर्मचारी हो सकते हैं. आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है हालांकि ऐसा लगता है कि बिल्डिंग में चल रहा वेल्डिंग का काम इसकी वजह हो सकता है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने कहा कि हमें जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक आग पर काबू पा लिया गया है. आग कोविड वैक्सीन की यूनिट में नहीं लगी थी. ठाकरे ने कहा कि छह लोगों को घटनास्थल से बचा लिया गया है. शुरुआती तौर पर ऐसा प्रतीत होता है कि आग किसी बिजली की गड़बड़ी के चलते लगी. कोविड टीके सुरक्षित हैं. ठाकरे ने कहा कि उन्होंने अभी सीरम इंस्टीट्यूट के मालिक और सीईओ अदार पूनावाला से बातचीत नहीं की है.

रिपोर्ट में इस बात की जानकारी मिली है कि आग सीरम इंस्टीट्यूट (Pune Serum Institute) के एक प्रोडक्शन प्लांट में लगी थी. ये प्लांट कोविशील्ड की निर्माण यूनिट के पास ही स्थित है. विश्व की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी से जुड़े एक सूत्र ने जानकारी दी कि आग सीरम इंस्टीट्यूट के लिए बनाए गए मंजरी नाम के प्लांट में लगी है लेकिन इससे कोरोना वायरस वैक्सीन के निर्माण का कार्य प्रभावित नहीं होगा.पुणे के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि आग सीरम इंस्टीट्यूट के मंजरी प्लांट में लगी. वहां पर निर्माण कार्य नहीं हो रहा था लेकिन वहां निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी चल रही थी. आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी है, बिल्डिंग को खाली करा लिया गया है लेकिन चेकिंग की जा रही है. एक घंटे के भीतर आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है. वैक्सीन प्लांट और स्टोरेज को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पुणे म्यूनिसिपल कमिश्नर के साथ संपर्क में हैं और घटनास्थल से जुड़ी हर एक अपडेट ले रहे हैं. ठाकरे ने राज्य प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वह समन्वय करके हालात को जल्द से जल्द काबू करने की कोशिश करें.

सीरम इंस्टीट्यूट कोरोना वायरस की वैक्सीन कोविशील्ड का निर्माण कर रहा है.  ये वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और और फार्मास्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका मिलकर बना रहे हैं. सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है जिसकी खोज सायरस पूनावाला ने 1966 में की थी.

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