भारतीय अर्थव्यवस्था ऐसी कार की तरह है जिसके तीन टायर पंक्चर हो गए हैं: चिदंबरम

ठाणे: पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार (3 जून) को यहां कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ऐसी कार की तरह हो गई है जिसकी तीन टायरें पंक्चर हैं. उन्होंने पेट्रोल-डीजल सहित अन्य चीजों की बढ़ती कीमतों पर भी मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया. कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा, ‘‘निजी निवेश, निजी उपभोग, निर्यात और सरकारी खर्च किसी अर्थव्यवस्था के चार वृद्धि इंजन (ग्रोथ इंजन) हैं. यह किसी कार की चार टायरों की तरह हैं. यदि एक या दो टायरें पंक्चर हों तो गाड़ी धीमी पड़ जाती है, लेकिन हमारे यहां तो तीन टायरें पंक्चर हो चुकी हैं.’’

उन्होंने कहा कि सरकारी खर्च सिर्फ स्वास्थ्य देखभाल एवं कुछ अन्य सुविधाओं में जारी है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इस खर्च को बनाए रखने के लिए सरकार ने पेट्रोल, डीजल और यहां तक कि एलपीजी (रसोई गैस) पर भी कर लगाना जारी रखा है. यह उन करों के नाम पर लोगों से धन वसूली कर रही है और इनमें से कुछ पैसे जनसुविधाओं पर खर्च कर रही है.’’ उन्होंने सवाल किया कि क्या आपने हाल में बिजली के क्षेत्र में कोई निवेश देखा है. पूर्व वित्त मंत्री ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के ‘‘पांच स्लैब’’ के लिए भी मोदी सरकार की आलोचना की. इससे पहले तेल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. पूर्व वित्त मंत्री ने दावा किया था कि तेल की कीमतें 25 रुपए प्रति लीटर तक कम की जा सकती हैं, लेकिन सरकार अपने फायदे के लिए कीमतें कम नहीं कर रही. चिदंबरम ने बीते 23 मई को को ट्विटर पर कहा था, “कीमतें 25 रुपए प्रति लीटर तक कम की जा सकती हैं, लेकिन सरकार ऐसा नहीं करेगी. वे पेट्रोल की कीमत एक या दो रुपये कम करके लोगों को धोखा देंगे.”चिंदबरम ने कहा, “सरकार को पेट्रोल पर प्रति लीटर 25 रुपए का मुनाफा हो रहा है. यह पैसों पर आम उपभोक्ताओं का हक है.” उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से प्रति लीटर पेट्रोल पर 15 रुपए बचा रही है और इसके अलावा वह प्रति लीटर पेट्रोल पर 10 रुपए का अतिरिक्त कर भी लगा रही है.”

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