देश में दशकों तक वोटबैंक की राजनीति हुई: पीएम

मोदी सरकार के 8 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर पीएम मोदी शिमला के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने भव्य रोड शो किया है, जिसमें भारी जनसैलाब उमड़ आया। इस दौरान पीएम मोदी पर पुष्प वर्षा भी हुई और बीजेपी कार्यकर्ता उत्साहित दिखाई दिए।

मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने के मौके पर पीएम मोदी ने किसानों को बड़ा गिफ्ट दिया। उन्होंने किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त जारी की। इसके तहत किसानों को 21 हजार करोड़ रुपए की राशि मिली है। इसका लाभ देश के 10 करोड़ किसानों को मिलेगा।पीएम ने कहा कि हम भारतवासियों के सामर्थ्य के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आज भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश हो रहा है। आज भारत रिकॉर्ड एक्सपोर्ट कर रहा है।पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में दशकों तक वोटबैंक की राजनीति हुई है। अपना-अपना वोटबैंक बनाने की राजनीति ने देश का बहुत नुकसान किया है। हम वोटबैंक बनाने के लिए नहीं, नए भारत को बनाने के लिए काम कर रहे हैं। 2014 से पहले जब मैं आपके बीच आता था, तो कहता था कि भारत दुनिया से आंख झुकाकर नहीं, आंख मिलाकर बात करेगा। आज भारत मजबूरी में दोस्ती का हाथ नहीं बढ़ाता है। आज भारत मदद के लिए हाथ बढ़ाता है। हमें 21वीं सदी के बुलंद भारत के लिए, आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करना है। एक ऐसा भारत जिसकी पहचान अभाव नहीं बल्कि आधुनिकता हो।पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले देश की सुरक्षा को लेकर चिंता थी, आज सर्जिकल स्ट्राइक-एयर स्ट्राइक का गर्व है। आज हमारी सीमा पहले से ज्यादा सुरक्षित है। पीएम आवास योजना हो, स्कॉलरशिप देना हो या फिर पेंशन योजनाएं, टेक्नोलॉजी की मदद से हमने भ्रष्टाचार का स्कोप कम से कम कर दिया है। जिन समस्याओं को पहले परमानेंट मान लिया गया था, हम उसके परमानेंट सॉल्यूशन देने का प्रयास कर रहे हैं। ये हमारी ही सरकार है जिसने चार दशकों के इंतजार के बाद वन रैंक वन पेंशन को लागू किया, हमारे पूर्व सैनिकों को एरियर का पैसा दिया। इसका बहुत बड़ा लाभ हिमाचल के हर परिवार को हुआ है।पीएम ने कहा कि 2014 से पहले की सरकार ने भ्रष्टाचार को सिस्टम का जरूरी हिस्सा मान लिया था। तब की सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने की बजाय उसके आगे घुटने टेक चुकी थी, तब देश देख रहा था कि योजनाओं का पैसा जरूरतमंद तक पहुंचने के पहले ही लुट जाता है। लेकिन आज चर्चा जन-धन खातों से मिलने वाले फायदों की हो रही है, जनधन-आधार और मोबाइल से बनी त्रिशक्ति की हो रही है। पहले रसोई में धुआं सहने की मजबूरी थी, आज उज्ज्वला योजना से सिलेंडर पाने की सहूलियत है।

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