घाटी में हिंसा के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने घंटों की मीटिंग,भेजी एक्सपर्ट टीम

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के कश्मीर में मासूमों और अल्पसंख्यकों की हत्याओं के खिलाफ कड़े एक्शन के स्पष्ट दिशा-निर्देश के बाद केंद्र ने एक काउंटर टैरर एक्सपर्ट टीम भेजी है. ये टीम आतंकवाद विरोधी विशेषज्ञों को घाटी में स्थानीय पुलिस को आतंकवादी हमलों में शामिल पाकिस्तान समर्थित स्थानीय मॉड्यूल को बेअसर करने में मदद करेगी. पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) समर्थित आतंकवादियों के कश्मीरी पंडित फार्मासिस्ट, एक स्कूल के प्रिंसिपल, एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या करने के बाद गृह मंत्री शाह ने गुरुवार को कश्मीर पर पांच घंटे की मैराथन बैठक की. अमित शाह ने अपराधियों को पकड़ने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं.

खुफिया ब्यूरो के सीटी ऑपरेशन के प्रमुख तपन डेका आज घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने जा रहे हैं. वहीं अन्य राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की सीटी टीमें पहले ही कश्मीर पहुंच चुकी हैं. हमले ऐसे समय में हुए हैं, जब भारतीय भीतरी इलाकों से पर्यटक घाटी में आ रहे हैं. सभी होटलों में शत-प्रतिशत लोगों की भीड़ उमड़ रही है और श्रीनगर आर्थिक गतिविधियों से गुलजार है.

हमलों में इन हथियारों को हुआ इस्तेमाल

शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि हालिया हत्याओं में इस्तेमाल किए गए हथियार पिस्तौल हैं, जिन्हें सीमा पार से ड्रोन के जरिए घाटी के ऊपरी इलाकों में गिराया गया होगा. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, बड़ी चिंता यह है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तानी जिहादी अमेरिकी स्नाइपर राइफल्स और क्षेत्र के हथियारों को अफगानिस्तान से घाटी में लाएंगे.

 नापाक इरादों पर पानी फेरने का प्लान

हालांकि आने वाले दिनों में वर्तमान आतंकी मॉड्यूल को निष्प्रभावी करने को लेकर तैयारी कर ली गई है. पाकिस्तान, भारत सरकार को अनुच्छेद 370 और 35A की बहाली की ओर धकेलने और 5 अगस्त, 2019 को वापस लेने के इरादे से कश्मीर पर दबाव बनाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है. वहीं केंद्र सरकार पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों को उनकी औकात दिखाने के मूड में है. गृहमंत्री शाह ने सुरक्षा एजेंसियों और अर्ध-सैन्य बलों को बिना किसी देरी के हमलावरों से निपटने और घाटी में सामान्य स्थिति लाने के लिए कहा है.

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