कांग्रेस देशहित के हर निर्णय का विरोध करने लगी है-अमित शाह

हैदराबाद. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद से विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्हें बिखरा हुआ बताया. कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी में लोकतंत्र स्थापित करने के लिए उसके ही सदस्य लड़ रहे हैं, लेकिन ‘गांधी परिवार’ डर के कारण अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं कर रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस को ‘मोदी फोबिया’ हो गया है. वह देशहित के हर निर्णय का विरोध करने लगी है. भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के दौरान पारित राजनीतिक प्रस्ताव पर अपनी बात रखते हुए शाह ने यह भी कहा कि अगले 30 से 40 साल भाजपा के होंगे और भारत ‘विश्वगुरू’ बनेगा.

शाह के संबोधन से जुड़े अंशों को मीडिया से साझा करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी. सरमा के मुताबिक, शाह ने राजनीति में जातिवाद, वंशवाद और तुष्टीकरण को बहुत बड़ा अभिशाप बताया और कहा कि देश की राजनीति से इनका अंत होकर ही रहेगा. शाह ने कहा, ‘विपक्ष आज विपक्ष बिखरा हुआ है. कांग्रेस में लोकतंत्र स्थापित करने के लिए उसके ही सदस्य लड़ाई कर रहे हैं, गांधी परिवार डर के कारण अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं कर रहा है.’

बीजेपी के वरिष्ठ नेता शाह ने कहा कि आज कांग्रेस हताशा और निराशा में केंद्र सरकार की हर कल्याणकारी योजना का विरोध करती है, वह चाहे सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक हो, कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करना हो या फिर कोरोना वायरस रोधी टीकाकरण हो. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को ‘मोदी फोबिया’ हो गया है. वह देशहित के हर निर्णय का विरोध करने लगी है. कांग्रेस पूरी तरह से हताश और निराश है.’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि प्रर्वतन निदेशालय द्वारा उनसे हुई पूछताछ के दौरान कांग्रेस नेताओं ने विरोध प्रदर्शन कर ‘ड्रामा’ किया. उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में परिवारों के शासन को हराएगी.

गृह मंत्री शाह ने अपने संबोधन के दौरान गुजरात दंगों पर उच्चतम न्यायालय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिली क्लीन चिट का उल्लेख किया और इसे ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि राजनीति से प्रेरित इस मामले के खिलाफ मोदी ने 19 सालों तक लड़ाई लड़ी लेकिन एक शब्द भी नहीं कहा. उन्होंने कहा, ‘भगवान शंकर की तरह उन्होंने (मोदी) ने विष गले में उतार लिया. एसआईटी की पूछताछ का सामना किया. अपमान सहा लेकिन संविधान के प्रति निष्ठा कायम रखी.’

सरमा ने जानकारी देते हुए बताया कि अमित शाह ने बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन काल में 2 राष्ट्रपति चुनाव का अवसर मिला. भाजपा ने एक बार दलित को और दूसरी बार एक ऐसी महिला आदिवासी को सर्वोच्च पद के लिए चुना है, जो जमीन से जुड़ी रहीं. मोदी जी के नेतृत्व में बाहरी और आंतरिक सुरक्षा सुदृढ़ हुई है. रक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार हुआ है. धारा 370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया गया है.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तीन प्रमुख अंग हैं- पहला, सभी नाम-अनाम आजादी के सिपाहियों का सम्मान होना. दूसरा, सभी सरकारों को अपने कार्यों का लेखा जोखा जनता के सामने रखना. और तीसरा, आजादी के अमृत काल में हम सभी संकल्प लें कि भारत फिर से विश्व गुरु के पद पर प्रतिष्ठित हो.

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