आप छोड़ने के बाद सुखपाल खैरा ने बनायी नयी राजनीतिक पार्टी

चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दो दिन पहले छोड़ने वाले सुखपाल सिंह खैरा ने मंगलवार को नयी पार्टी – पंजाबी एकता पार्टी – का गठन किया और प्रदेश से भ्रष्टाचार मिटाने, रेत खनन, परिवहन माफिया, केबल माफिया पर रोक लगाने और 2015 के बेअदबी मामले में न्याय दिलाने का वादा किया। खैरा ने पार्टी गठन के बाद बादल परिवार एवं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर जमकर हमला बोला और पंजाब के लोगों को धोखा देने के लिए उनकी आलोचना की। खैरा ने इस दौरान आरोप लगाया कि कांग्रेस और शिअद राज्य में ‘‘फिक्स फ्रेंडली मैच’’ खेल रहे हैं। इस साल होने वाले आम चुनाव से पहले पंजाब एकता पार्टी प्रदेश में गठित होने वाली दूसरी राजनीतक पार्टी है। इससे पहले बागी अकालियों ने शिरोमणि अकाली दल (टक्साली) का गठन किया था। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के छह बागी विधायक- कंवर सिंह संधू, जगदेव सिंह कमालु, जगतार सिंह हिस्सोवाल, पीरमल सिंह खालसा, मास्टर बलदेव सिंह और नाजर सिंह मानशहिया – मौजूद थे। पटियाला के निलंबित आप सांसद धरमवीर गांधी ने भी इस समारोह में हिस्सा लिया।पंजाब के कपूरथला जिले के भुलत्थ से विधायक खैरा ने प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से हटाये जाने के छह महीने बाद रविवार को आम आदमी पार्टी छोड़ दी थी। खैरा ने हालांकि, विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है और आप को उन्हें आयोग्य किये जाने की चुनौती दी है। खैरा ने पार्टी का गठन करने के लिए आयोजित समारोह में कहा, ‘‘हमने बहुत कठिन और बहुत बड़ा निर्णय किया है। हम आप सबके आभारी हैं। ईश्वर की कृपा से मैं पंजाब आधारित क्षेत्रीय पार्टी की घोषणा करने जा रहा हूं …. यह प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों को उठाएगी। इसका नाम पंजाबी एकता पार्टी रखा गया है।’’ पंजाबी एकता पार्टी के गठन पर प्रतिक्रिया देते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं आप विधायक हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि जनता खैरा के संगठन का कभी समर्थन नहीं करेगी।

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