सरकार ने मंगलवार से शुरू हो रहे संसद के शीत सत्र से पहले आज यानी सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा परंपरागत रूप से संसद सत्र की शुरुआत की पूर्व संध्या पर होने वाली बैठक में सामान्य तौर पर प्रधानमंत्री सरकार का एजेंडा बताते हैं और सरकारी कामकाज के लिए विपक्ष का समर्थन मांगते हैं. सरकार ने दोनों सदनों (राज्यसभा और लोकसभा) का कामकाज सुचारू रूप से चलाने के लिए यह सर्वदलीय बैठक बुलाई है.
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले संसद का यह अंतिम संपूर्ण सत्र होगा.
3 दर्जन विधेयक पारित कराना चाहती है सरकार
इस शीतकालीन सत्र में सरकार की कोशिश तीन तलाक, उपभोक्ता संरक्षण, डीएनए, चिट फंड, गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम जैसे विधेयकों सहित करीब तीन दर्जन विधेयकों को पारित कराने की होगी. सूत्रों के मुताबिक इसमें 20 विधेयक नए हैं, जबकि बाकी सदन में पहले ही पेश किए जा चुके हैं.
इसके अलावा सरकार राज्यसभा में लंबित तीन तलाक विधेयक पारित करने पर जोर देगी. उसने तीन तलाक को रोकने और इसे दंडनीय अपराध बनाने के लिए अध्यादेश लागू किया है. सरकार इस सत्र में भारतीय मेडिकल काउंसिल संशोधन अध्यादेश और कंपनियों के संशोधन अध्यादेश को बिल के रूप में पारित करना चाहती है.
लगातार दूसरे वर्ष दिसंबर में शुरू हो रहा है संसद का शीत सत्र
सामान्य रूप से शीतकालीन सत्र नवंबर में शुरू होता है. हालांकि यह लगातार दूसरी बार होगा जब इसकी शुरुआत दिसंबर में होगी. देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की वजह से इस वर्ष शीत सत्र देरी से शुरू हो रहा है.
बता दें कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे.
संसद का यह शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर को शुरू होकर 8 जनवरी को खत्म होगा.