नई दिल्ली। मुंबई में 26/11 को हुए आंतकवादी हमलों के दोषी पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली पर जेल के अंदर कथित रूप से कैदियों ने हमला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले के बाद हेडली की हालत बेहद नाज़ुक बताई जा रही है। वो फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं। हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी से इनकार कर दिया है। हेडली पर यह हमला 8 जुलाई को किया गया।
हेडली को सीसीयू में भर्ती कराया गया और वह 24 घंटे निगरानी में है। जिन लोगों ने हेडली पर हमला किया था, उन्हें दशकों पहले पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए अरेस्ट किया गया था और वे भाई हैं। फरवरी 2016 में हेडली को मुंबई हमलों के सिलसिले में मुंबई अदालत के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया था। डेविड कॉलमेन हेडली, जिसका नाम दाऊद सैयद गिलानी था, जन्म से एक अमेरिकी नागरिक है और पाकिस्तान से संबंधित आतंकवादी है।
वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता था। उसने 2008 के मुंबई हमले की योजना बनाने और अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हेडली ने अमेरिकी अदालत में कबूला कि उसकने कई बार पाकिस्तान जाकर लश्कर से प्रशिक्षण लिया। उसने मुंबई के कई स्थानों के मानचित्र, चित्र लेने हमले की जगहों को चुनने में मदद करने व योजना बनाने की बात भी कबूली। हेडली को 2009 में शिकागो एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। मुंबई हमले में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और वो सरकारी गवाह बन गया। 2013 में अमेरिकी अदालत ने हेडली को 35 सालों की सजा सुनाई।
बता दें कि डेविड कोलमैन हेडली का असली नाम दाऊद सैयद गिलानी है। उसका जन्म अमेरिका के वॉशिंगटन में हुआ था और उसके पिता सैयद सलीम गिलानी पूर्व पाकिस्तानी डिप्लोमैट थे। आतंकी घटनाओं के अलावा वह ड्रग ट्रैफिकिंग में भी शामिल रहा है और उसे अमेरिकी एजेंसियों ने पहले भी हिरासत में लिया था लेकिन बाद में वह अमेरिकी एजेंसियों के लिए ही काम करने लगा। बाद में पाकिस्तान में वह हाफिस सईद और जकीउर रहमान लखवी के संपर्क में आ गया जो मुंबई में 26/11 पर हमले के मुख्य साजिशकर्ता माने जाते हैं।