मछली और मालपुआ के शौकीन अटल बिहारी वाजपेयी के निजी जीवन की दिलचस्प बातें

 

नई दिल्लीः तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया. उन्होंने अपनी आखिरी सांसें दिल्ली के एम्स में लीं. 94 वर्षीय वाजपेयी पिछले 9 हफ्तों से एम्स में भर्ती थे और बुधवार देर रात उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई. पिछले 24 घंटे से उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था लेकिन वेंटिलेटर पर दौड़ रही टेढ़ी लकीरें उनका लंबा साथ नहीं दे सकीं.

वाजपेयी को एक राजनेता नहीं बेहद लोकप्रिय प्रधानमंत्री के तौर पर याद किया जाएगा. राजनेता होने के साथ-साथ वे गज़ब के वक्ता, कवि और पत्रकार भी रहे. उनकी कविताएं लोगों के ज़ेहन में हमेशा जिंदा रहेंगी. कविताओं के अलावा वाजपेयी कई शौक रखते थे, मसलन फुटबॉल, हॉकी, फिल्में देखना और मालपुआ खाने का शौक. अपनी व्यक्तिगत जीवन की ऐसी ही पसंदीदा चीजों के बारे में जनिए जो उन्होंने खुद बताई.

जीवन का उद्देश्य
अपने जीवन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ”मैं जीवन के हर पहलू पर अपने हिस्से की जिम्मेदारियां गभीरता से निभाना चाहता हूं. भारत को एक महान देश के तौर पर देखना चाहता हूं.

सबसे दुखी पल
वाजपेयी ने कहा, ‘मेरे लिए मेरे पिता को खोना सबसे दुखद था’

करीबी मित्र
वाजपेयी ने बताया, ”लाल कृष्ण आडवाणी, भैरों सिंह शेखावत, एन, एम घटाटे, जसवंत सिंह, मुकुंद मोदी मेरे सबसे करीबी दोस्त है.”

पसंदीदा परिधान
वाजपेयी ने बताया, ‘धोती कुर्ता बेहद पसंद है और खुद खास मौकों पर पठानी सूट अच्छे लगते हैं.’

पसंदीदा रंग
वाजपेयी का पसंदीदा रंग नीला रहा.

पसंदीदा जगहें
वाजपेयी को मनाली, अल्मोड़ा और माउंट आबू काफी पसंद थे.

पसंदीदा खाना
मछली, चीन का खान, खिचड़ी, खीर और मालपुआ उनका पसंदी खाना था.

दिल्ली में खाने की पसंदीदा जगह
पराठा गली, सागर और चुंगवा उनके दिल्ली में खाने की पसंदीदा जगहें थीं.

पसंदीदा गाना और वाद्य यंत्र
भीमसेन जोशी , अमज़द अली खान (सरोद वादक) और हरिप्रसाद चौरसिया (बांसूरी वादक) उनके पसंदीदा गायक और वादक रहे.

पसंदीदा गाना
वाजपेयी को एस. डी बर्मन का ‘ओ! मांझी’ और मुकेश-लता मांगेश्कर की आवाज वाला ‘कभी-कभी मेरे दिल में’ गाना पसंद था.

पसंदीदा गायक
लता मांगेश्कर, मुकेश और मोहम्मद रफी

पसंदीदा हिंदी फिल्में
‘देवदास’, ‘बंदीनी’ और ‘तीसरी कसम’

पसंदीदा अंग्रेजी फिल्में
‘ब्राइड ओवर रिवर कवाई’, ‘बॉर्न फ्री’ और ‘गांधी’

पसंदीदा कवि
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, बाल कृष्ण शर्मा नवीन, जगन्नाथ प्रसाद मिलिंद, फैज़ (उर्दू)

पसंदीदा खेल
हॉकी, फुटबॉल

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