फ्रांस-अमेरिका के बाद रूस ने भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश

इस्लामाबाद: रूस ने शुक्रवार (01 मार्च) को भारत और पाकिस्तान को मौजूदा गतिरोध खत्म के लिए मध्यस्थता करने और बातचीत के लिए स्थान मुहैया कराने की पेशकश की. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लाउरोव ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से फोन पर बात की और दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव बढ़ने के बाद क्षेत्र के हालात पर चर्चा की.

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि रूस के विदेश मंत्री लाउरोव ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने और बातचीत के लिए स्थान मुहैया कराने की पेशकश की बात दोहराई. कुरैशी ने क्षेत्र में तनाव को कम करने में रूस की संतुलित और रचनात्मक भूमिका की सराहना की.

उन्होंने रूस के प्रस्ताव का स्वागत किया और कहा कि उन्होंने दिन में संसद में संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए मॉस्को की रचनात्मक भूमिका को स्वीकार किया था, जिसे अच्छा समर्थन मिला था.” विदेश कार्यालय के मुताबिक दोनों विदेश मंत्रियों ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिये विचार-विमर्श जारी रखने पर सहमति जताई है.

आपको बता दें कि फ्रांस ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों में खिलाफ लड़ाई में शुक्रवार (01 मार्च) को भारत के साथ पूर्ण एकजुटता जताई. उसने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने तथा भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्धमान की रिहाई का स्वागत किया. फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां वेस ली द्रां ने कहा कि मैं भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने के साथ-साथ पाकिस्तान में हिरासत में लिए गए भारतीय वायुसेना के पायलट की रिहाई का स्वागत करता हूं. मैं दोनों सरकारों के संयम और जिम्मेदारी की प्रशंसा करता हूं और उनसे द्विपक्षीय बातचीत फिर से शुरू करने का आग्रह करता हूं.

उन्होंने कहा कि शुक्रवार (01 मार्च) से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभालने वाला फ्रांस पूरी कोशिश करेगा कि पुलवामा में हुए भयानक हमले के लिए जिम्मेदारों पर प्रतिबंध लगे.

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