कैश की किल्लत झेल रहे पाकिस्तान की मदद के लिए सऊदी अरब करेगा निवेश

नकदी के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए सऊदी अरब एक बड़ा निवेश पैकेज तैयार कर रहा है. विश्लेषकों का कहना है कि सऊदी अरब का यह कदम उसके मुस्लिम सहयोगी देश के लिए नकदी और क्षेत्र की राजनीति की दृष्टि से भी राहतभरा होगा.

ऐसा बताया जा रहा है कि इस निवेश में अरब सागर में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ग्वादर बंदरगाह में 10 अरब अमेरिकी डॉलर की रिफाइनरी और ऑयल कॉम्प्लेक्स में निवेश शामिल है. यह भारत-ईरान के चाबहार बंदरगाह से ज्यादा दूर नहीं है. सऊदी अरब के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएफपी से पुष्टि की है कि क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन इस्लाम जल्द ही इस्लामाबाद का दौरा करने वाले हैं. हालांकि उन्होंने तारीख नहीं बताई. एएफपी को जानकारी मिली है कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे.

प्रिंस क्राउन के इस हाई-प्रोफाइल दौरे से पहले रियाद और पाकिस्तान इस पूरी डील की डिटेल्स तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए दोनों देशों में कई महीनों से बातचीत के दौर चल रहे हैं.

पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने एएफपी से बताया कि ‘अबतक की बातचीत बहुत सकारात्मक रही है. ये निवेश पाकिस्तान में अब तक का सबसे बड़ा सऊदी अरब का निवेश होगा.’

अधिकारी ने बताया नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि ‘हम आशा कर रहे हैं कि सऊदी के क्राउन प्रिंस के पाकिस्तान दौरे के दौरान इसपर समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए जाएंगे.’

बता दें कि पिछले महीने ही सऊदी अरब की पाकिस्तान में ग्वादर के गहरे पानी के बंदरगाह में10 बिलियन डॉलर की तेल रिफाइनरी स्थापित करने की योजना की घोषणा हुई थी. सऊदी के ऊर्जा मंत्री बताया था कि चीन की मदद से यह विकसित किया जा रहा है. पाकिस्तान तेल की बढ़ती कीमतों के कारण आंशिक रूप से बढ़ते चालू खाते के घाटे से निपटने के लिए निवेश और अन्य वित्तीय सहायता को आकर्षित करना चाहता है.

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