Home » इमरान के आरोपों से बौखलाया ISI, पाकिस्तान सरकार से की सख्त कार्रवाई की मांग

इमरान के आरोपों से बौखलाया ISI, पाकिस्तान सरकार से की सख्त कार्रवाई की मांग

पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आरोपों को बेबुनियाद बताया है. इमरान खान पर जानलेवा हमला हुआ था जिसके बाद उन्होंने कहा था कि देश के शीर्ष नेता और अफसर उन्हें मारने की साजिश रच रहे हैं. इमरान ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा था कि वह वीडियो रिलीज करेंगे जिसमें बंद दरवाजों के पीछे उन्हें मारने की साजिश की जा रही है. खान ने यह बात शौकत खानुम हॉस्पिटल के अंदर अपने समर्थकों और मीडिया से कही थी.

गौरतलब है कि गुरुवार शाम को इमरान खान के काफिले पर दो हथियारबंद हमलावरों ने गोलीबारी कर दी थी. जिसमें इमरान खान के साथ उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के 2 अन्य नेता भी घायल हो गए थे. इस दौरान इमरान भी घायल हो गए थे और उनके पैर में गोलियां लगी थीं. इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था.

इमरान ने हॉस्पिटल में कहा, ‘चार लोगों ने बंद दरवाजों के पीछे मुझे मारने की साजिश रची थी, मेरे पास इसकी वीडियो है. अगर मुझे कुछ हुआ तो वीडियो को रिलीज कर दिया जाएगा.’ इस दौरान इमरान ने यह भी कहा कि उन्होंने वह वीडियो विदेश भेझ दी है. उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृहमंत्री राना सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैजल नसीर को उनके ऊपर हुए हमले का जिम्मेदार बताया है. हालांकि इस आरोप को लगाते वक्त उन्होंने चौथे आदमी का नाम नहीं बताया.

संविधान के खिलाफ हैं आरोप

आईएसआई ने इन आरोपों पर एक प्रेस रिलीज जारी की है. इसमें इमरान के आरोपों पर कहा गया है, ‘पीटीआई के चेयरमैन के आरोप संविधान के खिलाफ हैं. खासतौर पर आर्मी ऑफिसर के खिलाफ जो आरोप लगाएं जा रहे हैं वह बर्दाश्त के बाहर हैं.’ आईएसआई ने आगे कहा, ‘इमरान के निराधार आरोप संविधान के खिलाफ हैं, और अधिकारियों पर आरोपों अत्यंत खेदजनक हैं और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.’ रिलीज में यह भी लिखा था कि, किसी को यह अधिकार नहीं है कि वह संविधान और इसके रक्षक सैनिकों को बदनाम करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है.आईएसआई ने पाकिस्तान सरकार से अपील की है कि ‘पाकिस्तान की सरकार से अनुरोध है कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाए, साथ ही जो लोग बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और निराधार आरोप लगा रहे हैं उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.’

ई-पत्रिका

मनोरंजन

धर्म