अमेरिका ने अपने नागरिकों से रूस छोड़ने को कहा, बेलारूस में भी अपने दूतावास को किया बंद

यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध लगातार जारी है। यूक्रेन और रूस के बीच का यह युद्ध ऐसे मोड़ पर खड़ा है जब यह भयानक रूप लेता हुआ दिखाई दे रहा है। एक ओर जहां रूस है तो वहीं दूसरी ओर अमेरिका और नाटो देश यूक्रेन के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। इन सबके बीच अमेरिका ने अपने नागरिकों से हर हाल में रूस छोड़ने की अपील की है। अमेरिका ने अपने नागरिकों से कहा है कि वह तुरंत रूस छोड़ दें। इसके साथ ही कहा गया है कि वह रूस छोड़ने के बाद या तो अमेरिका लौट आए या किसी अन्य देश में चले जाएं। आपको बता दें कि रूस-यूक्रेन विवाद के बीच अमेरिका ने फिर उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाएं हैं।दूसरी ओर अमेरिका ने अब बेलारूस पर भी सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। अमेरिका और नाटो देश का आरोप है कि बेलारूस रूस के इशारे पर काम कर रहा है। यही कारण है कि अमेरिका के विदेश विभाग ने बेलारूस में अपने दूतावास को बंद करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही रूस में अमेरिकी दूतावास के गैर आवश्यक कर्मचारियों को वापस आने की भी अनुमति दे दी गई है। अमेरिका की ओर से बताया गया है कि यूक्रेन में रूसी सैन्य बलों द्वारा किए गए अनुचित हमले की वजह से सामने आए सुरक्षा मुद्दों के कारण हमने ये कदम उठाए हैं। इसके अलावा रूस ने भी अब कई देशों के लिए अपने एयर स्पेस को बंद कर दिया है। रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन एयर स्पेस उसके कब्जे में है।अमेरिकी खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यूक्रेन में रूसी सेना के साथ लड़ने के लिए बेलारूस सोमवार तक अपनी सेना भेज सकता है। बेलारूस ने युद्ध को लेकर रूस का समर्थन किया है लेकिन अभी तक संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल नहीं हुआ है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचलेत का कहना है कि उनके कार्यालय ने पुष्टि की है कि बृहस्पतिवार से यूक्रेन में हिंसा में सात बच्चों सहित 102 नागरिक मारे गए हैं और 304 अन्य जख्मी हुए हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के अद्यतन आंकड़ों का हवाला दिया कि पिछले कुछ दिनों में 4.20 लाख से अधिक लोग देश से बाहर चले गए हैं। उन्होंने जिनेवा में मानवाधिकार परिषद में सोमवार को कहा कि अधिकतर नागरिकों की मौत विस्फोटों के कारण हुई है जिनमें तोपों से की गई गोलाबारी, रॉकेट व हवाई हमले शामिल हैं।

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