न्यूयॉर्क: अमेरिका में एक यात्री ने उबर कैब चलाने वाले एक सिख चालक को बंदूक की नोंक पर रखकर उससे नस्लवादी सवाल पूछे. मीडिया की खबरों के मुताबिक यात्री ने कहा कि वह पगड़ी धारकों से नफरत करता है . साथ ही उसने सिख चालक से उसकी राष्ट्रीयता और अमेरिका के प्रति उसकी वफादारी को लेकर भी सवाल पूछे .
‘वाशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक इलिनियोस में शेरिफ का कार्यालय गुरजीत सिंह पर हुए हमले की जांच कर रहा है. गुरजीत ने 29 जनवरी को इस मामले की जानकारी पुलिस को दी थी. सिखों की हिमायती संस्था ‘सिख कोअलिशन’ ने कहा कि यात्री ने चालक को बंदूक दिखाई और कहा कि वह पगड़ी पहनने और दाढ़ी रखने वाले लोगों से नफरत करता है.
बुधवार को रॉक आईलैंड काउंटी के शेरिफ गैरी बुस्टोस से मुलाकात करने के बाद संस्था के नेताओं ने हमले के बाद से अबतक यात्री की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर झल्लाहट व्यक्त की. बुस्टोस ने समाचार-पत्र को बताया कि वह संदिग्ध पर इस हफ्ते के अंत तक ज्यादा संगीन आरोप तय कर सकते हैं.
उन्होंने बताया कि जांचकर्ताओं ने चालक, संदिग्ध और कार में मौजूद एक अन्य चालक से पूछताछ की है. सिख लोगों को अमेरिका में बार-बार उनकी वेशभूषा की वजह से मुस्लिम समझ लिया जाता है जिस कारण उन्हें कई घृणा अपराधों का शिकार होना पड़ता है.
अमेरिका में थम नहीं रहे भारतीयों पर हमले
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका में भारतीयों पर हमले थम नहीं रहे हैं. दिनोंदिन भारतीय नागरिकों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. एक अज्ञात व्यक्ति ने पिछले साल 39 वर्षीय एक सिख को उसी के घर के बाहर गोली मारकर घायल कर दिया. हमलावर गोली चलाते समय चिल्लाते हुए कथित तौर पर कह रहा था- ‘अपने देश वापस जाओ. ‘ कंसास में श्रीनिवास कुचिभोटला की हत्या और साउथ कैरोलिना में भारतीय मूल के व्यवसायी की हत्या के बाद हाल के दिनों में हिंसा की यह तीसरी घटना थी. ये हमले अमेरिका में भारतीय समुदाय की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं .