Home » अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप मामले में रूस के 13 नागरिकों और तीन कंपनियों पर आरोप तय

अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप मामले में रूस के 13 नागरिकों और तीन कंपनियों पर आरोप तय

 

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप मामले में 13 रूसी नागरिकों और तीन कंपनियों को देश की राजनीतिक प्रणाली में हस्तक्षेप करने का दोषी ठहराया गया है. संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने यह आरोप तय किए हैं. शुक्रवार (16 फरवरी) को अमेरिका के विशेष काउंसलर रॉबर्ट मुलर कहा था कि सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार के जरिए इन लोगों ने 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप किया था. विशेष काउंसलर के कार्यालय के हवाले से बताया कि इन लोगों पर अमेरिका से धोखाधड़ी, तकनीक के जरिए धोखाधड़ी करने, बैंक से धोखाधड़ी, किसी और की पहचान का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी करने जैसे आरोप तय किए गए हैं.

बता दें कि विशेष काउंसलर रॉबर्ट मुलर ही अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप की जांच कर रहे थे. मूलर के कार्यालय ने आरोप तय करते हुए सोशल मीडिया के जरिए राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के लिए13 रूसी नागरिकों समेत इंटरनेट रिसर्च एजेंसी एलएलसी और दो अन्य कंपनियों पर षडयंत्र रचने का आरोप लगाया गया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में संघीय ग्रैंड ज्यूरी द्वारा 13 रूसी नागरिकों और तीन कंपनियों को देश की राजनीतिक प्रणाली में हस्तक्षेप करने का दोषी ठहराया है. इस मामले पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (17 फरवरी) कहा कि 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम पर रूस के कथित हस्तक्षेप का कोई प्रभाव नहीं पड़ा था. गौरतलब है कि अमेरिका के विशेष काउंसलर रॉबर्ट मुलर के कार्यालय ने शुक्रवार (16 फरवरी) 13 रूसी नागरिकों और तीन कंपनियों को दोषी ठहराये जाने की घोषणा की थी. उन्होंने यह भी कहा था कि सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार के जरिए इन लोगों ने 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप किया था.

ट्रंप ने रूसी हस्तक्षेप को नकारा 
इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रूस ने अमेरिका-विरोधी अभियान की शुरुआत मेरे राष्ट्रपति पद के चुनाव में भागीदारी की घोषणा से बहुत पहले से ही कर दी थी. ट्रंप ने कहा कि हमारी पार्टी की किसी के साथ मिलीभगत नही थी. उन्होंने कहा कि 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में किसी भी प्रकार का रूसी हस्तक्षेप नही हुआ था. ट्रंप ने साफतौर पर कहा कि रूस ने 2014 में ही अपना अमेरिका विरोधी अभियान शुरू कर दिया था. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव परिणाम पर इस विरोध का कोई प्रभाव नहीं पड़ा था. इसके साथ ही व्हाइट हाउस की ओर एक बयान जारी कर ट्रंप ने देशवासियों से अनुरोध किया कि सफलता पाने के लिए भ्रम पैदा करने वालों के खिलाफ सबको एकजुट होना चाहिए.

ई-पत्रिका

मनोरंजन

धर्म