राजस्थान बीजेपी के नए मुखिया बने सीपी जोशी

Jaipur: राजस्थान बीजेपी के नए अध्यक्ष चित्तौड़गढ़ से लोकसभा सांसद सीपी जोशी ने सोमवार को बीजेपी मुख्यालय में कमान संभाल ली. जोशी पदभार ग्रहण करने के लिए दिल्ली से सोमवार को समर्थकों के एक बड़े काफिले के साथ रवाना हुए जोशी करीब 2 बजे के करीब बीजेपी कार्यालय पहुंचे जहां जोशी ने पहले पूजा-अर्चना की फिर पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया ने से पदभार ग्रहण किया. वहीं जोशी ने पदभार ग्रहण करने के बाद वहां पहुंचे साधु-संतों का भी आशीर्वाद लिया. इसके बाद जोशी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और भारत माता के अलावा कोई नारा नहीं लगेगा, अगर मुझे जिंदा देखना चाहते हो तो आज के बाद मेरा नारा मत लगाना. उन्होंने कहा कि पार्टी ने आप सब के बीच के एक साधारण कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है तो हम सब मिलकर पार्टी को आगे बढ़ाएंगे और 2023 में जीत का रास्ता प्रशस्त करेंगे.

इस दौरान पार्टी के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी विजया राहटकर, सतीश पूनिया, गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, ओम माथुर, सांसद दुष्यंत सिंह, राजेंद्र राठौड़ और कई सांसद सहित वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. वहीं बीजेपी ऑफिस के बाहर प्रदेशभर से कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ा.

वहीं इससे पहले राजस्थान BJP के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी दिल्ली से अपने समर्थकों के साथ सोमवार सुबह 7 बजे सड़क मार्ग से जयपुर के लिए निकले थे जहां शाहजहांपुर बॉर्डर से लेकर अलग-अलग कई जगहों पर उनका कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया.

जोशी ने कहा कि 2018 में हम किन्हीं कारणों से कुछ लाख वोटों से पीछे रह गए थे लेकिन 2023 में हम मिलकर इस नकारा सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे. जोशी ने कहा कि अब स्वागत जितना होना था हो गया है लेकिन अब आगे 6 महीने सिर्फ काम करना है.

उन्होंने कार्यकर्ताओं को कहा कि अब अगले 6 महीने पीएम मोदी के विचारों और सरकार के कामों को जनता के बीच लेकर जाना है. जोशी ने कहा कि देश की मोदी सरकार ने अयोध्या को सांस्कृतिक केंद्र बना दिया और भव्य राम मंदिर बन रहा है हमें राजस्थान की जनता के बीच इसको लेकर जाना है. वहीं जोशी ने कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने का भी जिक्र किया.

जोशी ने उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि कन्हैया लाल की गर्दन नहीं काटी गई, वो सरकार की गर्दन कटी थी. उन्होंने कहा कि जिन जाबांजों ने कन्हैया के हत्यारों को पकड़ा था वह जब अपनी जान पर खतरे की गुहार सरकार से लगाते हैं तो सरकार उनकी नहीं सुनती हैं.

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