तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को क्यों कहा- चाचा आपके बिना खेल में मजा नहीं आ रहा, कहां छुपे बैठे हैं?

नई दिल्ली: 

लोकसभा चुनाव 2019 का शंखनाद होते ही सभी पार्टियां चुनाव प्रचार में जुट गई हैं. बीजेपी, कांग्रेस, राजद समेत सभी पार्टियों के प्रमुखों ने भी संसदीय क्षेत्रों में जाकर प्रचार की कमान संभाल ली है, मगर अब तक बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रमुख नीतीश कुमार अब भी चुनाव प्रचार से दूर हैं. यही वजह है कि राजद नेता तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को मैदान-ए-जंग में आने की चुनौती दी है. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को चुनावी मैदान में आने के लिए ललकारा है और कहा कि उनके बिना उन्हें खेलने में मजा नहीं आता. हालांकि, इसका ऐलान हो चुका है कि नीतीश कुमार मंगलवार से अपनी पार्टी और एनडीए के लिए प्रचार अभियान का आगाज करने जा रहे हैं. राजद नेता और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला. उन्होंने लिखा- ‘नीतीश चाचा, 10 दिन बचा है चुनाव में. कहां छुपे बैठे है? विरोधी मैदान में नहीं हो तो खेलने में मज़ा भी नहीं आता. हार से इतना भी मत डरिए. अकेले प्रचार में निकलने से डर लग रहा है क्या? क्या चाचा??’दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार मंगलवार से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे. नीतीश (Nitish Kumar) सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के साथ गया और जमुई लोकसभा क्षेत्र में मंच शेयर करेंगे. गया से इस बार जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदावर विजय मांझी मैदान में हैं, वहीं जमुई से लोक जनशक्ति पार्टी के संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान दूसरी बार मुकाबले में हैं. दोनों जगहों पर प्रधानमंत्री मोदी सहयोगी दलों के उम्मीदवार के लिए वोट मांग रहे हैं, इसलिए इन दलों के अध्यक्ष भी मंच पर मौजूद रहेंगे.इसके बाद अगले दिन यानी बुधवार से नीतीश कुमार सामान्य रूप से अपने दल और सहयोगी दल के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे. बुधवार को वह दूसरे चरण में मतदान वाली सीटों के लिए प्रचार करेंगे, वहीं पूर्णिया और बांका संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवारों के समर्थन में भी चुनाव प्रचार करेंगे. सीएम नवादा संसदीय क्षेत्र से सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशी चंदन कुमार के लिए भी प्रचार करेंगे. बांका सीट इस पर नीतीश कुमार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है, क्योंकि पूर्व सांसद पुतुल देवी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में है. जदयू को मालूम है कि उनका मैदान में आना जदयू उम्मीदवार गिरधारी यादव के लिए महंगा साबित हो सकता है.

गुरुवार को नीतीश कुमार एक बार फिर अपने प्रचार की शुरुआत करते हुए भागलपुर पहुंचेंगे, वहीं भी दूसरे चरण में मतदान होगा. इसके बाद वह फिर जमुई, नवादा और औरंगाबाद जाएंगे, ये तीनों सीटों सहयोगी दलों के खाते में हैं. औरंगाबाद से भाजपा ने जिसे अपना उम्मीदवार घोषित किया है, वह नीतीश कुमार की पार्टी जदयू छोड़कर ही भाजपा में शामिल हुए थे.

बिहार में 40 सीटें, 7 चरणों में मतदान
11 अप्रैल: जमुई औरंगाबाद, गया, नवादा,
18 अप्रैल: बांका, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर
23 अप्रैल: खगड़िया, झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा,
29 अप्रैल: दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर
6 मई: मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारन, हाजीपुर, सीतामढ़ी,
12 मई: पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, , शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज, वाल्मीकिनगर
19 मई: नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकट, जहानाबाद

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