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ज्ञानवापी मामले में 35 दिन बाद आज से फिर सुनवाई शुरू, केस सुनने लायक या नहीं इस पर होगी बहस

वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर से जुड़े मां श्रृंगार गौरी को लेकर दाखिल केस में 35 दिन बाद आज से फिर सुनवाई शुरू होगी। जून महीने में कोर्ट गर्मी की छुट्ठी के कारण बंद था इसलिए सुनवाई नहीं हो पाई। बीती 30 मई को मामले में आखिरी बार सुनवाई हुई थी। परिसर में मां श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन और देवी-देवताओं के विग्रहों को सुरक्षित करने पर पक्ष रखे जाएंगे। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में केस चल रहा है। केस सुनवाई लायक है या नहीं इस पर पर बहस चल रही है।

वकीलों को लेकर दी जाएगी अर्जी

आज वकीलों को लेकर भी मुद्दा छाया रहेगा। बता दें, ज्ञानवापी के संबंध में विश्व वैदिक सनातन संघ की ओर से अब तक 7 मुकदमें दर्ज कराए गए हैं। इनमें से वह 2 मुकदमों से दूरी बना चुके हैं और 5 मुकदमों से जुड़े हुए हैं। संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन का कहना है कि मां श्रृंगार गौरी के मामले में शुरुआत से अदालत में पक्ष रख रहे वकील हरिशंकर जैन, मदन मोहने यादव, सुधीर त्रिपाठी और सुभाष चतुर्वेदी का वकालतनामा निरस्त करने के लिए आज कोर्ट में अर्जी दी जाएगी। अब उनके मुकदमों की पैरवी एडवोकेट शिवम गौड़, मान बहादुर सिंह और अनुपम द्विवेदी करेंगे। उधर, एडवोकेट हरिशंकर जैन का कहना है कि राखी सिंह के अलावा मुकदमा दर्ज कराने वाली सीता साहू, मंजू व्यास, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी उनके साथ हैं, ऐसे में उन्हें केस की लड़ने से भला कौन अलग कर सकता है।

वहीं मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ के वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी सहित 10 लोगों ने इस प्रकरण में पक्षकार बनाने के लिए कोर्ट में अर्जी दे रखी है। ज्ञानवापी सर्वे की वीडिग्राफी-फोटोग्राफी की रिपोर्ट लीक हुई थी इस संबंध में राखी सिंह के पैरोकार विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने सीबीआई जांच के लिए कोर्ट में अर्जी दी है, इन सभी अर्जियों पर भी सुनवाई होगी।

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