किसानों की दिल्ली-नोएडा बॉर्डर बंद करने की धमकी, राकेश टिकैत बोले-जल्द करेंगे फैसला

नई दिल्ली. कृषि कानूनों को लेकर आने वाले दिनों में किसान नेता एक बार फिर दिल्ली-नोएडा बॉर्डर बंद कर सकते हैं. भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत ने इस बात के संकेत दिए हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि इस बारे में फैसला समिति को करना है. टिकैत ने मंगलवार को कहा, ‘हां हम दिल्ली-नोएडा सीमा को बंद करेंगे, लेकिन यह किस तारीख को होगा यह समिति तय करेगी.’

एक दिन पहले ही 15 मार्च को भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन तब तक चलेगा जब तक ये कानून वापस नहीं लिए जाते और दिसंबर के बाद किसान आंदोलन में आगे की कार्रवाई के बारे में निर्णय लिया जाएगा. मध्यप्रदेश के जबलपुर से 45 किलोमीटर दूर सीहोरा में एक रैली को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा था कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम में अपनी उपज नहीं बेचेंगे.

गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने और फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी देने की मांग के साथ पंजाब, हरियाणा और देश के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों किसान कई दिनों से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं.कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर सरकार ने सितंबर 2020 में तीन कृषि कानूनों को लागू किया था. सरकार ने कहा था कि इन कानूनों के बाद बिचौलिए की भूमिका खत्म हो जाएगी और किसानों को देश में कहीं पर भी अपने उत्पाद को बेचने की अनुमति होगी. वहीं, किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. प्रदर्शन कर रहे किसानों का दावा है कि ये कानून उद्योग जगत को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए हैं और इनसे मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था खत्म हो जाएगी.

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