नीतीश के राज में अपराधियों को कानून का डर नहीं: उपेंद्र कुशवाहा

पटना। केन्द्रीय राज्य मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश में अपराधियों के मन में कानून का डर नहीं बचा है। उपेंद्र ने हाल ही में कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने चौथे कार्यकाल के लिए दावा नहीं करना चाहिए। उन्होंने मंगलवार को वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर में अपनी पार्टी के एक कार्यकर्ता की हत्या के बाद उसके शोकाकुल परिवारजनों से मिलने के बाद उक्त बातें कही।

उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा हत्याएं हो रही हैं… मुख्यमंत्री को स्वयं ऐसी घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए अपने अधिकारियों के साथ अव्यवस्था को लेकर चर्चा करनी चाहिए। राजग में अहमियत नहीं मिलने से नाराज माने जाने वाले उपेंद्र ने कहा कि “ऐसा लगता है कि बिहार में सक्रिय अपराधियों के मन से कानून का डर गायब हो गया है। यह प्रशासन के समक्ष एक चुनौती है। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जोर देकर कहा कि जब से नीतीश ने महागठबंधन का साथ छोड़ा है, राज्य में कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है।

सुशील ने ट्वीट कर मंगलवार को कहा कि राजद की भागीदारी वाली महागठबंधन सरकार गिरने और कानून का राज स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध राजग सरकार की वापसी से पिछले एक साल में अपराध पर लगाम लगाने में बड़ी कामयाबी मिली। अक्तूबर 2017 से आपराधिक मामलों की निगरानी कर इस साल अगस्त तक कुल 1 लाख 77 हजार 448 लोगों की गिरफ्तारी की गई। अच्छी पुलिसिंग से अपहरण में 13.9 फीसद, दुष्कर्म की घटनाओं में 31.82 फीसद और दलितों के विरुद्ध अपराध के मामलों में 12.18 प्रतिशत की कमी आई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार को बदनाम करने के लिए विपक्ष केवल चुनिंदा घटनाओं को हवा देता है। सुशील ने कहा कि सामान्य अपराध के साथ-साथ नक्सली वारदात पर अंकुश लगाने में भी राज्य सरकार को सफलता मिली है। जिससे नक्सली हिंसाग्रस्त राज्यों की सूची में बिहार दो पायदान खिसक कर 5 वें नंबर पर आ गया। 2016 की 100 और 2017 की 71 नक्सली वारदात के मुकाबले इस साल अब तक केवल 25 घटनाएं हुईं हैं।

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