नई सोच, नई विचारधारा और नई कार्यप्रणाली की कांग्रेस को सख्त जरूरत है-ज्योतिरादित्य सिंधिया

भोपाल। दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी खाता भी नहीं खोल सकी। लगातार दूसरे चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। इस बात की चर्चा दिल्ली से दूर है मध्य प्रदेश में भी है। मध्य प्रदेश में 15 सालों बाद सत्ता पर काबिज हुई कांग्रेस सिंहासन तक पहुंचाने में मदद करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया का मुख्यमंत्री न बन पाने और न ही मध्यप्रदेश कांग्रेस की कमान संभाल पाने का दुख गाहे-बगाहे झलकता रहता है।

अपने बयानों और पत्रों के माध्यम से अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली के चुनाव परिणामों के जरिए कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया है। गुरुवार दोपहर मध्य प्रदेश के निवाड़ी पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली चुनाव परिणामों में कांग्रेस के प्रदर्शन को निराशाजनक बताया है। पत्रकारों ने जब ज्योतिरादित्य सिंधिया से दिल्ली में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर सवाल पूछा तो जवाब देते हुए सिंधिया ने कहा कि दिल्ली के चुनाव परिणाम कांग्रेस के लिए बहुत ही निराशाजनक रहे हैं। नई सोच, नई विचारधारा और नई कार्यप्रणाली की कांग्रेस को सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश बदल चुका है और आज इस परिप्रेक्ष्य में हमको भी अपनी सोच और विचारधारा के साथ मिलकर देश की जनता के सामने जाना होगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर वो हमारा उद्देश्य है तो लोकसभा चुनाव के बाद कई राज्यों में हमें जीत भी हासिल हुई है हमारे सहयोगी दलों के साथ, चाहे वो झारखंड हो या महाराष्ट्र हो। लेकिन दिल्ली का जो परिणाम है वो बहुत निराशाजनक है इसमे कोई दो राय नहीं है।

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