यूपी नगर निकाय चुनाव में मेयर से लेकर पार्षद तक बीजेपी को बढ़त

उत्तर प्रदेश नगरीय निकाय चुनाव के लिए वोटों की गिनती आज यानि शनिवार को हो रही है. राज्य में नगरीय निकाय चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में चार मई और 11 मई को हुआ था.

नगरीय निकाय चुनाव 17 महापौर, 1420 पार्षद, नगर पालिका परिषदों के 199 अध्यक्ष, नगर पालिका परिषदों के 5327 सदस्य, नगर पंचायतों के 544 अध्यक्ष और नगर पंचायतों के 7178 सदस्यों के निर्वाचन के लिये चुनाव होना था. चुनाव में 17 महापौरों और 1,401 पार्षदों के चुनाव के लिए मतदान हुआ था जबकि 19 पार्षद निर्विरोध चुने गए. राज्य में नगर पालिका परिषदों के 198 अध्यक्षों और 5,260 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान हुआ. मतदाताओं ने नगर पंचायतों के 542 अध्यक्षों और नगर पंचायतों के 7,104 सदस्यों के भाग्य का फैसला करने के लिए भी मतदान किया. कुल मिलाकर, 162 जनप्रतिनिधि निर्विरोध चुने गए, जबकि 14,522 पदों के लिए 83,378 उम्मीदवार मैदान में थे.

उत्तर प्रदेश में महापौर का चुनाव आगरा, झांसी, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद, सहारनपुर, मेरठ, लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, वाराणसी, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन नगर निगम में हुआ. चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने मतदाताओं को लुभाने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया और उनसे अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए वोट डालने की अपील की.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, यूपी भाजपा प्रमुख भूपेंद्र सिंह चौधरी और यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने पार्टी उम्मीदवारों के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार किया. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए मतदाताओं का समर्थन लेने के लिए राज्य के विभिन्न शहरों में रोड शो किया. मैनपुरी से लोकसभा सांसद डिंपल यादव ने भी पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले नगरीय निकाय चुनाव को प्रदेश के शहरी मतदाताओं के बीच राजनीतिक दलों की स्थिति के आकलन की कसौटी के रूप में देखा जा रहा है.

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