लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने श्वेत पत्र पेश किया,जवाब में कांग्रेस का ब्लैक पेपर

Delhi News:लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने श्वेत पत्र पेश किया,जवाब में कांग्रेस का ब्लैक पेपर

New Delhi: अंतरिम बजट 2024 पेश करते हुए हाल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूपीए सरकार के दौरान लिए गए आर्थिक निर्णयों और देश पर उसके कारण पड़े दुष्प्रभाव के बारे में बताने के लिए श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी. बजट भाषण में उन्होंने कहा था कि वर्ष 2014 में मोदी सरकार ने बागडोर संभाली थी, उस समय हमने स्टेप-बाय-स्टेप देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर करने और शासन प्रणाली को सही रास्ते पर लाने की जिम्मेदारी संभाली थी. तब समय की मांग थी कि निवेश आकर्षित किया जाए, सुधार के लिए समर्थन जुटाया जा सके. सरकार राष्ट्र प्रथम के विश्वास के साथ इस लक्ष्य को हासिल करने में सफल रही.

लोकसभा चुनाव नजदीक है. मोदी सरकार चुनाव के लिए तैयार है. सरकार विपक्ष को कोई मौका नहीं देना चाहती. पहले ही साफ कर दिया गया था कि सरकार बजट सत्र में श्वेत पत्र लाएगी. इसके जरिए स्पष्ट कर देगी कि मोदी सरकार देश में कितना बदलाव लेकर आई. पिछले दो कार्यकाल में देश के लिए क्या-क्या किया. वहीं यूपीए सरकार का क्या हाल रहा.श्वेत पत्र के जरिए एनडीए सरकार कांग्रेस के कुप्रबंधन को उजागर करेगी. इसका सकारात्मक असर लोकसभा चुनाव पर पड़ सकता है.

कांग्रेस ने इसका विरोध शुरू कर दिया है. मोदी सरकार के श्वेत पत्र के जवाब में कांग्रेस ने ब्लैक पेपर लाने की बात कही है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के नेताओं के साथ 10 साल अन्याय काल के नाम से ब्लैक पेपर का पोस्टर जारी किया.खरगे ने कहा, पीएम मोदी जब संसद में अपनी बात का रखते हैं तो अपनी सफलता को बताते हैं और अपनी असफलताओं को छिपा लेते हैं. मोदी सरकार के खिलाफ हम ब्लैक पेपर निकालकर लोगों को जानकारी देंगे. कांग्रेस के ब्लैक पेपर PM मोदी ने तंज कसते हुए कहा, मैं ब्लैक पेपर का स्वागत करता हूं क्योंकि जब कोई अच्छी बात होती हो काला टीका लगता है. नजर न लगे इसलिए यह जरूरी होता है.

क्या है श्वेत पेपर और कौन जारी करता है?

श्वेत पत्र की शुरुआत 1992 में ब्रिटेन में हुई थी. श्वेत के जरिए सर्वेक्षण या कोई अध्ययन जारी किया जाता है, जिसका मकसद चीजों को बेहतर बनाना होता है. आसान भाषा में समझें तो श्वेत पत्र वो दस्तावेज है, जो सरकार, कोई कंपनी या गैर-लाभकारी संगठन जारी करता है. इसमें कोई समाधान, निष्कर्ष, किसी उत्पाद की सेवाओं को बढ़ावा देने या उसे उजागर करने के लिए जारी किया जाता है. आमतौर पर इसका इस्तेमाल सरकारी नीतियों को जारी करने, कानून पेश करने और जनता की राय जानने के लिए एक प्रक्रिया के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.सिर्फ सरकार ही नहीं, यह संस्था, कंपनी और संगठन भी जारी कर सकते हैं. एक कंपनी या संस्थान के श्वेत पत्र में उसके द्वारा तैयार किए गए उत्पाद, तैयार किए गए तरीके का प्रचार-प्रसार समेत कई जानकारियां होती हैं. मकसद इसे आम लोगों तक पहुंचाना होता है.

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