आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद बोलेः चीनी एप्स पर बैन के बाद 200 नए भारतीय एप्स बने

नई दिल्ली: केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत की एप इकोनॉमी अभूतपूर्व रूप से बढ़ रही है. देश का लक्ष्य चीन से आगे निकलकर दुनिया में नंबर एक मोबाइल मैन्युफैक्चर हब बनना है. प्रसाद ने यह भी कहा कि डेटा प्राइवेसी एक मौलिक अधिकार है और इसके लिए प्रगमेटिक होने और रोबुस्ट बैलेसिंग एक्ट की आवश्यकता है.

डेटा प्राइवेसी मौलिक अधिकार

स्वर्गीय ठाकुर प्रसाद सेंचुरी मेमोरियल लेक्चर को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कहा कि सरकार ने हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा गोपनीयता के कारणों से 59 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाया. प्रधानमंत्री ने नए भारतीय एप्स बनाने के लिए कहा और 200 न्यू एप्लीकेशन्स आ गए हैं. यह वेबीनार एक एनजीओ आत्मबोध द्वारा आयोजित किया गया.

अब नंबर वन बनने का लक्ष्य

इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्षेत्र की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में  भारत में दो यूनिट थीं और अब 260 हैं. भारत 5 नंबर से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मैन्यूफैक्चर बन गया है. मेरा लक्ष्य चीन को क्रोस करके इसे नंबर 1 मोबाइल मैन्युफैक्चर हब बनाने का है.

भारतीयों के डेटा पर भारत का हक

डेटा संप्रभुता के मामले पर प्रसाद ने कहा कि “आज की दुनिया में डेटा एक महत्वपूर्ण स्ट्रट्रेजिक एसेट है. इसलिए सवाल उठता है कि डेटा का मालिक कौन होगा? मैं इस बात की वकालत कर रहा हूं कि भारतीयों का डेटा भारत का है, भारतीयों का डेटा उनकी कम्युनिटी का है और भारतीयों का डेटा भारतीय संप्रभुता है. किसी भी परिस्थिति में हमें डेटा साम्राज्यवाद को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए. ”

फ्रीडम ऑफ स्पीच को नहीं बना सकते ढाल

प्रसाद ने यह भी कहा कि यदि लोग भारत को कमजोर करना चाहते हैं, तो वे बोलने की स्वतंत्रता और गोपनीयता की स्वतंत्रता आदि को ढाल नहीं ले सकत. उन्होंने कहा कि आर्किटेक्चर में विभिन्न सरकारी टेक्नोलॉजी जिन्हें “स्टैक” कहा जाता है, वे भारत के लिए डेटा का पावरहाउस होगा.

लेक्चर का आयोजन मंत्री रविशंकर प्रसाद के दिवंगत पिता ठाकुर प्रसाद की स्मृति में किया गया था जो भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य और पटना उच्च न्यायालय में एक वकील थे. प्रसाद ने अपने पिता को एक सेल्फ-मेड व्यक्ति बताया जिनका परिवार और केरियर दोनों पर बराबर फोकस था.

Related Articles

Back to top button