नाटो शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्रिटेन पहुंचे बाइडन

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन तीन देशों की यात्रा शुरू करते हुए रविवार को ब्रिटेन पहुंच चुके हैं। इस यात्रा के दौरान वह लिथुआनिया में नाटो शिखर सम्मेलन में भी शामिल होंगे। इस बार शिखर सम्मेलन का उद्देश्य रूस के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन के साथ एकजुटता दिखाना है, जबकि अभी तक कीव को संगठन के सदस्य के रूप में स्वीकार नहीं किया गया है।

इस सप्ताह लिथुआनिया में गठबंधन शिखर सम्मेलन से पहले बाइडन और तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के बीच एक कॉल में नाटो के 31 सदस्य देशों के बीच एकजुटता बनाने की चुनौतियों पर चर्चा हुई, जिसमें पश्चिमी गठबंधन में सदस्यता के लिए स्वीडन को सदस्य बनाने की बात पर लगातार विवाद हो रहा है।

बाइडन स्टैन्स्टेड हवाई अड्डे पर उतरे और सेंट्रल लंदन के लिए मरीन वन हेलीकॉप्टर में सवार हुए, यहां वह सोमवार को 10 डाउनिंग स्ट्रीट में ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात करेंगे। इसके बाद, वह किंग चार्ल्स के साथ यात्रा के लिए विंडसर कैसल जाएंगे। किंग चार्ल्स के साथ जलवायु संबंधी पहलों पर चर्चा हो सकती है। जून 2021 में बाइडन ने विंडसर में महारानी के साथ बैठक की थी और उन्होंने रूस और चीन जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की।

सोमवार को बाइडन विनियस, लिथुआनिया की यात्रा करेंगे और मंगलवार तथा बुधवार को नाटो नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। बाइडन और नाटो सहयोगियों का लक्ष्य यूक्रेन के लिए समर्थन दिखाना और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की को यह एहसास दिलाना है कि भविष्य में नाटो की सदस्यता हासिल करने के लिए क्या करना होगा। अपनी यात्रा से पहले एक साक्षात्कार में बाइडन ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि युद्ध के बीच में इस बात पर एकमत बन सकेगी कि यूक्रेन को नाटो परिवार में लाया जाए या नहीं।” वहीं ,यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को नाटो में शामिल करने का निमंत्रण यह संदेश देगा कि पश्चिमी रक्षा गठबंधन मास्को से डरता नहीं है। रविवार को एक साक्षात्कार में जेलेंस्की ने कहा कि विनियस में यह उनके सभी लक्ष्यों में से एक होगा।

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