कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, दलितों के समर्थन में उपवास पर बैठेंगे राहुल

नई दिल्ली। अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले दलित मुद्दे और संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण हंगामे की भेंट चढऩे को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी और कांग्रेस ने एक दूसरे के खिलाफ अनशन पर बैठने जा रही है। मोदी सरकार की कथित नाकामियों और संसद ठप होने के खिलाफ कांग्रेस आज देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस पार्टी आज एक दिन का उपवास रखकर विरोध दर्ज करवाएगी। वहीं, बीजेपी भी विपक्ष पर संसद न चलने देने का आरोप लगाते हुए 12 अप्रैल को अपने सांसदों द्वारा उपवास की घोषणा कर चुकी है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद इस विरोध-प्रदर्शन की अगुआई करेंगे। राहुल गांधी बापू की समाधि पर सुबह 10 बजे से एक दिन का उपवास रखेंगे। कांग्रेस कार्यकर्ता भी एक दिन का उपवास रखेंगे और सभी राज्यों और जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे। राहुल गांधी दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार ने संसद नहीं चलने दी, जिस वजह से सीबीएसई पेपर लीक, पीएनबी घोटाला, कावेरी मुद्दा और आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे जैसे तमाम अहम मुद्दे सदन में नहीं उठाए जा सके। उपवास के दौरान कांग्रेस एससी/एसटी एक्ट में कथित ढील दिए जाने से जुड़े मुद्दे, किसानों की बदहाली और युवाओं के मोहभंग के मुद्दे भी उठाएगी। कांग्रेस पर संसद की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी पहले ही एक दिन की भूख हड़ताल का ऐलान कर चुकी है। केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा था कि बजट सत्र के दूसरे भाग के पूरी तरह बर्बाद होने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में आगामी 12 अप्रैल को दिनभर की भूख हड़ताल पर बैठेंगे। यह पहली बार है, जब किसी पार्टी के सांसदों ने संसद के दोनों सदनों के न चलने पर अपने वेतन और अन्य भत्ते लेने से मना किया है।

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