श्रीलंका की हेल्प के लिए IMF ने बांधे भारत की तारीफों के पुल

कोरोना महामारी के बाद से भारत ने दुनिया के कई देशों को जमकर मदद भेजी है। अपने पड़ोसी देशों की मदद के लिए भी भारत हमेशा तत्पर रहा है। अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका की मदद करने के लिए भारत की दुनियाभर में तारीफ हो रही है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक, क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने श्रीलंका के आर्थिक संकट से निपटने में भारत की मदद की सराहना की। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को आश्वस्त करते हुए कहा कि IMF श्रीलंका की मदद के लिए उसके साथ सक्रिय रूप से जुड़ा रहेगा।

जॉर्जीवा ने ये टिप्पणी वाशिंगटन डीसी में सीतारमण के साथ आईएमएफ-विश्व बैंक (डब्ल्यूबी) की स्प्रिंग मीटिंग के दौरान की। हाल के भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा करते हुए, सीतारमण और जॉर्जीवा ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों से जुड़ी चुनौतियों के बारे में चिंता जताई।

भोजन और ईंधन की कमी, बढ़ती कीमतों और बिजली कटौती के कारण श्रीलंका आजादी के बाद से अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, जिससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। सरकार द्वारा स्थिति से निपटने में नाकाम रहने के परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं। आर्थिक स्थिति के चलते प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांगों को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

जॉर्जीवा ने भारत को कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने और सफल टीकाकरण कार्यक्रम के लिए भी बधाई दी। वित्त मंत्रालय के अनुसार, उन्होंने अन्य कमजोर देशों को COVID-19 राहत सहायता प्रदान करने के लिए भी भारत की सराहना की। मंत्रालय के अनुसार, जॉर्जीवा ने भारत की लक्षित नीतियों पर भी चर्चा की जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक संकटों के बावजूद टिकी रही।

जॉर्जीवा के साथ बातचीत के दौरान, सीतारमण ने पूंजीगत व्यय के माध्यम से आर्थिक विकास का समर्थन करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने बताया कि प्रमुख संरचनात्मक सुधारों और मजबूत मौद्रिक नीतियों के साथ भारत के उदार राजकोषीय रुख ने भारत की आर्थिक सुधार में मदद की है।

अमेरिकी दौरे पर सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को अमेरिका यात्रा वाशिंगटन पहुंची। यहां वह विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की बैठकों में शिरकत करेंगी। सीतारमण अमेरिका की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की बैठक में भी शामिल होंगी। इसके अलावा वह इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के वित्तमंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकों में भी हिस्सा लेंगी।

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