विश्व हिंदू परिषद ने बुलाई बैठक, 18 महीने में मंदिर का निर्माण शुरू करने का दावा

नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए अभियान में सबसे आगे रहा विश्व हिंदू परिषद (VHP) अब ऐक्शन मोड में आ गया है। परिषद ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए इस महीने के आखिर में अपने शीर्ष नेताओं की बैठक बुलाई है। VHP का दावा है कि इस परियोजना पर डेढ़ साल में काम शुरू हो जाएगा। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने स्पष्ट किया कि उनका संगठन राम मंदिर निर्माण पर ‘अनिश्चितकाल तक’ इंतजार नहीं करेगा और संगठन ने NDA सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले महीने के भीतर ही नरेंद्र मोदी सरकार को उनके वादे के बारे में ‘याद दिलाने’ का फैसला किया है।

उन्होंने कहा, ‘एक बात स्पष्ट है, विहिप दो मुद्दों पर समझौता नहीं करेगी – पहला, भगवान राम के जन्मस्थान पर सिर्फ मंदिर बनेगा और दूसरा, अयोध्या की सांस्कृतिक सीमाओं के भीतर कोई मस्जिद नहीं हो सकती। कुमार ने कहा कि विहिप की ‘मार्गदर्शक समिति’ इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए 19-20 जून को हरिद्वार में बैठक करेगी और एक प्रस्ताव पारित करेगी जो प्रधानमंत्री मोदी को सौंपा जाएगा। VHP  नेता ने कहा, ‘हम एक प्रस्ताव पारित करेंगे और इसे प्रधानमंत्री को देंगे। हम उन्हें याद दिलाएंगे कि आपके घोषणा पत्र में राम मंदिर निर्माण का वादा किया गया है।’

लेकिन जब इस बात का जिक्र किया गया कि कुछ लोगों का मानना है कि राम मंदिर का इंतजार तीन दशकों से हो रहा है, जिसमें नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के पांच साल भी शामिल हैं तो उन्होंने पलटकर जवाब देते हुए कहा, ‘अब नहीं करेंगे..हम अनिश्चितकाल तक इंतजार अब नहीं करेंगे। राम मंदिर पर एक से डेढ़ साल के भीतर काम शुरू हो जाएगा। मैं अटकलबाजी नहीं कर रहा बल्कि एक जानकार शख्स के तौर पर बता रहा हूं।’ उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री से मिलेंगे और उन्हें बताएंगे कि हम अपने संकल्प में दृढ़ हैं (राम मंदिर बनाने के लिए) हम सरकार पर दबाव बनाएंगे। वे (भाजपा) भी चाहते हैं कि ऐसा हो।

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