विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने कानपुर से की ‘समाजवादी विजय यात्रा’ की शुरुआत

कानपुर: उत्तर प्रदेश में 2022 के चुनाव से पहले सारी पार्टियां अपना पूरा जोर लगा रही हैं। आज भी लखीमपुर से कानपुर तक सियासी गहमागहमी रही। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज फिर लखीमपुर पहुंचीं और तिकुनिया में मृतक किसानों की अंतिम अरदास में शामिल हुईं। लखीमपुर हिंसा में मारे गए चार किसानों और पत्रकार रमन कश्यप को श्रद्धांजलि देने के लिए आज तिकुनिया में अरदास कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल हुए। वहीं, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आज कानपुर से ‘समाजवादी विजय यात्रा’ का शंखनाद कर दिया। दो दिन में 190 किलोमीटर की इस यात्रा में अखिलेश 4 जिलों का भ्रमण करेंगे।

‘समाजवादी विजय यात्रा’ के जरिए अखिलेश यादव कानपुर-बुंदेलखंड का दौरा करेंगे जो एक दौर में बीएसपी का गढ़ माना जाता था। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी का सफाया करने के लिये सपा विजय यात्रा निकाल रही है और इसे जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लोगों तक पहुंचने और उनका समर्थन हासिल करने की मंशा से मंगलवार को कानपुर से ‘समाजवादी विजय यात्रा’ की शुरुआत की।

यह यात्रा एक विशेष बस पर शुरू हुई, जिसका नाम पार्टी ने विजय रथ रखा है। कानपुर के गंगा पुल से शुरू हुई इस यात्रा में लाल टोपी पहने और पार्टी के झंडे लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह दखाई दिया। कानपुर से शुरू हुई यात्रा पहले दो दिनों में (12-13 अक्टूबर) पहले चरण में कानपुर देहात, जालौन और हमीरपुर जिलों में जाएगी। पार्टी के प्रवक्ता के मुताबिक यात्रा के लिये विशेष रूप से विजय रथ बनाया गया। इस रथ में पार्टी नेता आजम खान, दिवंगत जनेश्वर मिश्रा, राजनीतिक प्रतीक राम मनोहर लोहिया, महात्मा गांधी, आंबेडकर और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की तस्वीर भी हैं।

यात्रा शुरू होने से पहले अखिलेश ने पत्रकारों से कहा कि इस यात्रा का मकसद राज्य से भारतीय जनता पार्टी की सरकार का सफाया करना है और जिस तरह से लखीमपुर खीरी में कानून को कुचला गया है, किसानों को कुचला गया है, संविधान की धज्जियां उड़ाई गई हैं उससे जनता में भाजपा के प्रति बहुत आक्रोश हैं।

इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा था कि यात्रा का उद्देश्य किसानों, युवाओं, दलितों, वंचितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और सभी वर्गों को न्याय दिलाना और उन्हें राज्य में निरंकुश और दमनकारी सरकार से छुटकारा दिलाना है। चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव की यात्रा राज्य में बदलाव के लिए है। यात्रा से एक दिन पहले पार्टी ने 17 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया जिसमें अखिलेश अपने पिता मुलायम सिंह यादव से बात करते और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लेते नजर आ रहे हैं।

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