राज्यसभा ने सभापति वेंकैया नायडू को दी विदाई, PM मोदी ने बताया भावुक क्षण

नई दिल्लीः संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही आज शुरू हुई, तो राज्यसभा में सभापति एम. वेंकैया नायडू को विदाई दी गई. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हम सब यहां आपके कार्यकाल के समापन पर आपका धन्यवाद करने के लिए मौजूद हैं. यह इस सदन के लिए बहुत ही भावुक क्षण है. सदन के कई ऐतिहासिक क्षण आपकी गरिमामयी उपस्थिति से जुड़े हैं. आपने कई बार कहा है, मैं राजनीति से संन्यास ले चुका हूं, लेकिन सार्वजनिक जीवन से नहीं थक रहा हूं. इसलिए, इस सदन का नेतृत्व करने की आपकी जिम्मेदारी अब समाप्त हो सकती है. लेकिन देश के साथ-साथ सार्वजनिक जीवन में मेरे जैसे कार्यकर्ताओं को आपके अनुभवों का लाभ मिलता रहेगा.राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू के विदाई भाषण में पीएम मोदी ने कहा, निजी तौर पर यह मेरा सौभाग्य रहा है कि मैंने आपको अलग.अलग भूमिकाओं में करीब से देखा है. मुझे भी उन कुछ भूमिकाओं में आपके साथ काम करने का सौभाग्य मिला. एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में आपकी वैचारिक प्रतिबद्धता हो, एक विधायक के रूप में आपका काम हो, एक सांसद के रूप में सदन में आपकी गतिविधि हो, पार्टी प्रमुख के रूप में आपका नेतृत्व हो, कैबिनेट में आपकी कड़ी मेहनत हो, उपराष्ट्रपति और राज्यसभा अध्यक्ष के रूप में, मैंने आपको अपनी सभी भूमिकाओं में निष्ठापूर्वक काम करते देखा है. आपने कभी किसी काम को बोझ नहीं माना. हर काम में एक नई जान फूंकने की कोशिश की है.राज्यसभा में पीएम मोदी ने एम. वेंकैया नायडू के विदाई भाषण में कहा, इस बार का 15 अगस्त, स्वतंत्र भारत में पैदा हुए राष्ट्रपति, उपाध्यक्ष, अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभापति वेंकैया नायडू के कार्यकाल के दौरान राज्यसभा की उत्पादकता 70 प्रतिशत बढ़ी. सांसदों की उपस्थिति बढ़ी. पीएम मोदी ने मातृभाषा के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू की तारीफ की. उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति नायडू के वन-लाइनर्स प्रसिद्ध हैं. वे विट-लाइनर्स हैं. भाषाओं पर उनकी पकड़ बहुत अच्छी रही है. उपराष्ट्रपति के रूप में आपने युवा कल्याण के लिए बहुत समय समर्पित किया.

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