यूक्रेन से लौटे स्टूडेंट्स ने बयां किया दर्द कहा: घर वापसी के लिए लाठियां तक खाईं

रांची: युद्धग्रस्त यूक्रेन से मेडिकल के पांच विद्यार्थी मंगलवार शाम को रांची के बिरसा मुंडा हवाईअड्डे पर पहुंचे। इनमें चार छात्राएं और एक छात्र शामिल हैं। छात्रों ने कहा कि उन्होंने यहां पहुंचने के बाद राहत की सांस ली है और वे उस भयानक अनुभव को याद भी नहीं करना चाहते जो उन्हें पिछले कुछ दिनों में हुआ है।

इन छात्रों के नाम अंकित कुमार, तृषा राणा, हाफीजा सम्शी, प्रिया प्रियंका और अमन तेजस्विनी हैं। इन पांच में से दो रांची के तथा एक-एक छात्र बोकारो, रामगढ़ तथा जमशेदपुर के हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में हालात बहुत गंभीर हैं और वे वहां बार-बार हो रही बमबारी तथा गोलियां चलने का अनुभव बयां नहीं कर सकते।

अपनी परेशानी बताते हुए मेडिकल के दूसरे साल के एक छात्र ने कहा, ‘‘यूक्रेन में सब जगह तनाव और डर है। किसी से कोई मदद न मिलने के बाद मैं एक एजेंट की मदद से यूक्रेन के साथ लगती रोमानिया सीमा पर पहुंचा। हमें पुलिसकर्मियों की लाठियां भी खानी पड़ीं। हालांकि, हमें वहां भारतीय दूतावास से मदद मिली और किसी तरह भारत पहुंच गए।’’  हवाईअड्डे पर पहुंचने के बाद एक छात्रा अपनी मां से गले लगकर रो पड़ी। उसने कहा, ‘‘हमें वहां जो असहनीय अनुभव हुआ और जो दर्द हमने सहा है, मैं उसे याद नहीं करना चाहती।’’

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