मैं बड़े पर्दे पर पहचान हासिल करने के लिए बेचैन था: सुनील ग्रोवर

मुंबई: भले ही छोटे पर्दे पर गुत्थी और मशहूर डॉक्टर गुलाटी के रूप में सुनील ग्रोवर ने अपनी बड़ी छाप छोड़ी हो लेकिन उनका कहना है हमेशा फिल्मों में काम करना उनका लक्ष्य रहा है. टीवी पर सफलता मिलने से पहले सुनील ने ‘प्यार तो होना ही था’, ‘ द लिजेंड ऑफ भगत सिंह’ और ‘ फैमिली: टाइज ऑफ ब्लड’ जैसी फिल्मों में छोटी भूमिकाएं निभाई थी.

अभिनेता का मानना है यह फिल्में बड़ी स्क्रीन पर उनके लिए टिकट जैसी थीं और वह इन अवसरों के लिए हमेशा कृतज्ञ रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ मैं हमेशा अभिनेता बनना चाहता था. स्क्रीन हमेशा मुझे अपनी तरफ आकर्षित करता है. मैं सभी अभिनेताओं को देखकर अंचभित होता था. मैं बड़े पर्दे पर होना चाहता था.’’

अभिनेता का कहना है कि वह बड़े पर्दे पर पहचाने जाने के लिए बेचैन थे. ग्रोवर ने अपनी दूसरी पारी में अक्षय कुमार की फिल्म ‘गब्बर इज बैक’ टाइगर श्रॉफ की फिल्म ‘बागी’ और फिल्म निर्माता विशाल भारद्वाज की फिल्म ‘पटाखा’ में काम किया है. अब वह सलमान खान की ईद पर रिलीज होने वाली ‘भारत’ में नजर आने वाले हैं. ‘भारत‘ बुधवार को रिलीज हो रही है.

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