मायावती ने SP के साथ गठबंधन को बताया भूल, मुलायम को लेकर कहा ऐसा

नई दिल्ली/लखनऊ। लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच हुए गठबंधन को मायावती ने बड़ी भूल बताया है। मायावती ने आम चुनाव के नतीजों के बाद एसपी पर निशाना साधा था और यूपी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए अकेले लडऩे का ऐलान किया। वहीं एक बार फिर मायावती ने समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि एसपी के साथ गठबंधन बड़ी भूल थी, जो नतीजे सोचे गए थे, वे एसपी की कमजोरी की वजह से नहीं आए। यहां तक कि चुनाव नतीजे के बाद अखिलेश ने मुझे फोन तक नहीं किया। मायावती ने जब ये बात कही तो बैठक में मौजूद कई नेता हैरान रह गए।

लखनऊ में बीएसपी नेताओं की मीटिंग में मायावती ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन क्यों तोड़ा, इसके बारे में उन्होंने विस्तार से बताया। मायावती ने अखिलेश यादव की राजनीतिक समझ पर सवाल उठाए। उन्होंने ये कह कर सनसनी फैला दी कि अखिलेश ने मुसलमानों को टिकट देने का विरोध किया था। मायावती ने बताया कि एक दिन अखिलेश उनसे मिलने उनके घर आए और कहा कि मुस्लिमों को टिकट देने से साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण हो सकता है। इससे गठबंधन को नुकसान होगा। लेकिन मैंने उनकी बात नहीं मानी।
बीएसपी के देश भर के नेताओं को मायावती ने लखनऊ बुलाया था। जिला अध्यक्षों से लेकर कोऑर्डिनेटर स्तर तक के नेताओं को इसमें बुलाया गया था। संगठन में भारी फेरबदल का एलान करते हुए मायावती ने करीब घंटे भर तक का भाषण दिया। इसमें आधे घंटे तक तो वे समाजवादी पार्टी और मुलायम परिवार के बारे में ही बोलती रहीं।

लोकसभा चुनाव में हार का जिम्मेदार भी मायावती ने अखिलेश को ही ठहरा दिया। मायावती ने कहा कि ताज कॉरिडोर वाले केस में मुझे फंसाने के पीछे बीजेपी और मुलायम सिंह का हाथ है। इसके अलावा एसपी ने प्रमोशन में आरक्षण का विरोध किया था इसलिए दलितों, पिछड़ों ने उसे वोट नहीं दिया। उन्होंने कहा कि बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा को सलीमपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के विधायक दल के नेता राम गोविंद चौधरी ने हराया। उन्होंने एसपी का वोट बीजेपी को ट्रांसफर करवाया, लेकिन अखिलेश ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

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